जैसे कि हम सभी जानते है, कि बच्चे के दिल में माँ के लिए सबसे खास जगह होती है, इसलिए भारत में हर वर्ष मई महिने के दुसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है| हम अपने जीवन में उनके योगदानों की गणना नहीं कर सकते है, यहाँ तक कि हम उनके सुबह से रात तक की क्रिया-कलापों की गिनती भी नही कर सकते है| माँ के पास ढेर सारी जिम्मेदारियाँ होती है, वो उसको लगातार बिना रूके और थके निभाती है| ये केवल माँ ही है जो अपने बच्चे के चरित्र और पूरे जीवन को आकार देती है| मातृ दिवस हर साल माँ और उसके मातृत्व को सम्मान तथा आदर देने के लिए वर्ष का एक दिन समर्पित किया गया है| जिसे हर साल हम सभी मातृ दिवस के रूप में मनाते है| माँ के बिना जीवन की उम्मीद नहीं की जा सकती, अगर माँ न होती तो हमारा अस्तित्व ही न होता| इस दुनियॉ मे ‘माँ’ दुनियॉ का सबसे आसान शब्द है,मगर इस नाम में ‘भगवान’ खुद वास करते है| हम उनके योगदान के बदले उन्हे कुछ भी वापस नहीं कर सकते है, हालॉकि हम उन्हे एक बड़ा सा धन्यवाद कह सकते है, साथ ही उन्हे सम्मान देने के साथ उनका ध्यान भी रख सकते है |