जमुआ के धुरगड़गी में सेवानिवृत्त शिक्षक उमा शंकर प्रसाद वर्मा की मौत के बाद उनकी अर्थी को कंधा बहु बेटियों ने दिया।इस दृश्य से सभी भावुक हो उठे।इस दृश्य में परंपरा टूटती हुई दिखी और एक नई परंपरा बनती हुई नजर आई।जिला परिषद् सदस्य कुमारी प्रभा वर्मा ने जब अर्थी को कंधा दिया तो घर की अन्य महिलाएं भी आगे आकर अर्थी को कंधा दी। शव यात्रा में सोनी कुमारी, प्रभा वर्मा, पुरुषोत्तम कुशवाहा, नन्दकिशोर वर्मा, खिरो महतो, दिगम्बर प्रसाद दिवाकर सहित कई प्रमुख लोग मौजूद थे।हालांकि कुछ दूरी के बाद पुरुषों ने शव को कंधा दिया। इनका अग्नि संस्कार इरगा नदी तट पर अवस्थित श्मशान में हिन्दू रीति रिवाज से हुआ। उक्त शिक्षक अपने पीछे भरे पूरे परिवार को छोड़कर गए हैं। लोग उन्हें कर्तव्यनिष्ठ शिक्षक के रूप में जानते हैं। महिलाओ द्वारा
कंधा दिए जाने की चर्चा क्षेत्र में खूब हो रही है। स्थानीय लोगों ने इस पहल की सराहना की है।