रिपोर्ट:- विकास सिन्हा
गावां प्रखंड अंतर्गत खरसान स्थित लोहरटोली निवासी उर्मिला देवी पति धर्मेंद्र विश्वकर्मा, शकुंतला देवी पति स्वर्गीय सुशील विश्वकर्मा, ऊषा देवी पति कृष्णा विश्वकर्मा, मालती देवी पति वीरेंद्र विश्वकर्मा, रीता देवी पति अजय विश्वकर्मा इन पांचो का मिट्टी का घर बीते दिन हुए बारिश में गिर गया। घर गिर जाने के कारण पूरा परिवार बेघर हो गया है।
इस संबंध रीता देवी ने कहा की खाने पीने का समान दूसरे के घर में रख कर अपना जीवन आपन कर रहें है l परिवार में कोई भी कमाऊ व्यक्ति नहीं है, एक मिट्टी का रूम बचा है उसमें सभी परिवार किसी तरह रह रहें हैं, उसमे भी डर का माहौल बना रहता है क्योंकि दिवारों में दरार पड़ गई है l अब रात कैसे गुजारेंगे, बारिश में हमारा परिवार कहां रहेगा, इसकी चिंता सता रही है।
भाकपा माले जिला कमिटी सदस्य सकलदेव यादव ने कहा कि रीता देवी, उर्मिला देवी, उषा देवी एवं मालती देवी मेहनत मजदूरी एवं खेती बाड़ी करके अपने परिवार का भरण पोषण कर रही है। बीते रोज जोरदार बारिश के दौरान घर की दीवारें में दरार पड़ जाने के कारण उनका कच्चा मकान भरभरा कर गिर गया। गनीमत यह रही कि हादसे के दौरान परिवार के सभी लोग रात में घर के बाहर सोए थे।उन्होंने कहा कि गरीब परिवार होने के बावजूद भी इन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना एवं वृधा पेंशन का लाभ नहीं दिया गया ।कहा कि क्षेत्र के अंदर आज कई ऐसे इलाके हैं जहां समस्या का अंम्बार लगा हुआ है। ऐसा ही मामला खरसान पंचायत के टोला लोहरटोली कि है। यह टोला इतना पिछडा हुआ है कि कई ऐसे परिवार टुट्टे हुए कच्चे मकान में रहने को विवश हैं। ग्रामीणों को पानी के लिए 200 से 300 सौ मीटर तक दुरी तय करना पड़ता है। ये किसी तरह अपने पड़ोस के घर में शरण लिए हुए हैं। प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं जिलाधिकारी से मांग करता हूँ की ऐसे गरीब परिवार को तत्काल आपदा राहत कोष से जुड़े सरकारी लाभ दिया जाय, ताकि रहने के लिए एक छत मिल सके। भ्रष्टाचार के कारण ऐसे गरीब लोगों को सरकारी लाभ नहीं मिल पा रही है। यदि ऐसे गरीब – गुरबों के प्रति ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो भाकपा माले पूरे प्रखंड में ऐसे गरीब परिवारों का सूची तैयार करेगी और गरीब – गुरबों के हक, अधिकार एवं न्याय के लिए गांवा प्रखंड मुख्यालय का चक्का जाम करेगी।
मौके पर उपस्थित प्रखंड कमेटी सदस्य संजय दास, अम्बिका यादव, बीरेंद्र विश्वकर्मा, पिटूं यादव, रीता देवी, उर्मिला देवी, उषा देवी, शकुंतला देवी उपस्थित थे।