भाकपा माओवादी के एकदिवसीय झारखंड- बिहार बंद के दौरान सरिया के चिचाकी हॉल्ट के समीप रेलवे लाइन को ब्लास्ट कर उड़ा दिया गया।घटना चिचाकी और चौधरीबांध के बीच में अप और डाउन ट्रैक पर घटित हुई।इस विस्फोट से स्लीपर क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं इस रूट पर ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया। बताया जा रहा है कि बुधवार रात लगभग 12:15 बजे नक्सलियों का दस्ता इस क्षेत्र में पहुंचा और विस्फोट किया। मिली जानकारी के अनुसार इस घटना को पोल संख्या 334/13 व 14 के बीच अंजाम दिया गया है।घटना की सूचना के बाद गिरिडीह पुलिस की टीम मौके पर पहुंची।
घटना को लेकर कई ट्रेन रास्ते में ही रुकी हुई रही।
रेलवे ट्रैक विस्फोट कर उड़ाने की इस घटना के बाद से गंगा दामोदर, लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस समेत कई ट्रेन विभिन्न स्टेशनों पर ही रुकी हुई रही।हालांकि गुरुवार सुबह ट्रेन का परिचालन शुरू करा दिया गया। वहीं आस पास के इलाके में पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा सर्च अभियान भी चलाया जा रहा है।बताया गया कि
नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के टॉप लीडर प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला दी की जेल में स्वास्थ्य सेवा मुहैया नहीं कराने के विरोध में बंद यह बुलाया है। गिरफ्तारी के बाद से ही नक्सली संगठन गुस्से में हैं. नक्सली संगठन द्वारा गिरफ्तारी के बाद दो बार बंद करवाया गया है।इस बार 21 जनवरी से 26 जनवरी तक दोनों की रिहाई की मांग को लेकर प्रतिरोध दिवस मनाया गया।इस दौरान गिरिडीह के खुखरा और मधुबन में मोबाइल टावर उड़ाया गया।वहीं डुमरी के नुरंगो के समीप बराकर नदी पर बने पुल को उड़ा दिया गया था। घटना से इलाके में दहशत है और पुलिस व सीआरपीएफ की टीम सघन रूप से छापेमारी अभियान चला रही है।