दिव्यांगों को प्रमाण पत्र बनवाने को लेकर महीनों सरकारी कार्यालयों का चक्कर काटना पड़ता है। इससे दिव्यांगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। इस परेशानी को देखते हुए जिला के आला अधिकारी के आदेशानुसार हर एक प्रखंड स्थित सीएचसी में दिव्यांगता शिविर का आयोजन किया जा रहा है। गांडेय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में मंगलवार को आयोजित शिविर के दौरान दिव्यांगों की भीड़ उमड़ पड़ी। जांच शिविर में गांडेय प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायत से बड़ी संख्या में दिव्यांग लोग पहुंचे और मेडिकल टीम के समक्ष प्रस्तुत होकर दिव्यांगता की जांच करवाया। इस प्रखंड स्तरीय दिव्यांग जन कल्याण शिविर एक दिवसीय में दिव्यांग की स्क्रीनिंग करते हुए पंजीकरण का कार्य हुआ। इस दिव्यांगता जांच शिविर में बड़ी संख्या में पहुंचे दिव्यांगों के मदद के लिए गिरिडीह जिला के दो डॉक्टरों की टीम मौजूद थे। उपस्थित संबंधित अधिकारी ने बताया पंजीकृत हुए दिव्यांगों को स्वास्थ्य जांच के पश्चात प्रमाण पत्र व कृत्रिम उपकरण भी मुहैया कराया जायेगा। शिविर का नेतृत्व मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अबु क़ासिब हसन कर रहे थे। एवं मौकें पर जिला के दो डॉ. मुख्तार व डॉ. अमन कुमार अपने टीम के साथ शिविर में पहुंचे करीब 300 दिव्यांगों का दिव्यांग जांच कराकर पंजीकरण हेतु अग्रतर विकलांगता प्रमाण पत्र के लिए जिला भेजा जायेगा। मौकें पर जिला से पहुंचे डॉक्टरों एवं सीएचसी गांडेय के प्रभारी डॉ. अबु क़ासिब हसन ने लोगों से अपील किया कि वे प्रखंड स्तर पर आयोजित शिविर में उपस्थित होकर लाभ उठाएं। कहा गया कि एक छत के नीचे दिव्यांगों को बुलाकर स्वास्थ्य जांच के बाद प्रमाण पत्र उपलब्ध कराना अच्छी पहल है। ऐसे शिविर से दिव्यांगों को बड़ी राहत मिलेगी। कहा गया कि समय समय पर इस तरह का शिविर के आयोजित किये जाने चाहिए, ताकि जिले के शत प्रतिशत दिव्यांगों का प्रमाण पत्र बन जाएं। वही बतौर मुख्य अतिथि बीडीओ विजय कुमार द्वारा कहा गया कि कोई भी सरकारी कार्यक्रम जनसहयोग के बिना अधूरा होता है। जिसमें जनता की भरपूर सहयोग होती है। वह कार्यक्रम 100℅ सफल होते है। डॉ. हसन ने कहा कि पात्र दिव्यांग परीक्षण कराने से वंचित न रहें। जो पूर्व में दिव्यांग प्रमाण पत्र पा चुके है वे अपना पंजीकरण अवश्य करा लें, ताकि अगले दो महीनों में जिस उपकरण की आवश्यकता हो वह उपकरण उन्हें शिविर लगाकर मुहैया कराया जा सकें।