बिहार में शराबबंदी के बावजूद भी जहरीली शराब से लोगों की मौत का सिलसिला जारी है.. नालंदा में जहरीली शराब से 14 लोगों की मौत का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि एक बार फिर छपरा में 3 लोगों की संदिग्ध मौतों ने सवाल खड़े कर दिए हैं। बिहार के छपरा में 3 लोगों की संदिग्ध मौतों ने प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए है की जब बिहार में शराब बंद है तो फिर जहरीली शराब से मौत हुई कैसे ??
मृतक की पत्नी लालती देवी का कहना है कि काम से लौटने के बाद जनता बाजार में 60 वर्षीय रामनाथ राय ने शराब पी और उसके बाद जब घर लौटे उनकी तबीयत बिगड़ी और उनकी मौत हो गई. कुछ ऐसे ही हालात मोहम्मद ईशा के साथ भी सामने आए. बुधवार की अहले सुबह बसन्तपुर बंगला गांव के मो अली मिया के पुत्र मोहमद ईशा की तबियत भी बिगड़ गई. बताया जा रहा है कि मोहम्मद ईशा ने भी उसी इलाके में शराब का सेवन किया था जिसके बाद इनकी तबीयत गई और उपचार के दौरान इनकी मौत हो गई… इस मामले में जिला प्रशासन कुछ भी कहने से बच रहा है. सारण के डीएम राजेश मीणा ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है और अब तक दो लोगों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, जिसमें एक की रिपोर्ट आ चुकी है और उसमें शराब से मौत की पुष्टि नहीं हुई है जबकि दूसरे की रिपोर्ट आनी बाकी है. उन्होंने कहा है कि वो इस पूरे मामले की गहन जांच करा रहे हैं और जांच में जो भी मामला सामने आएगा उसके आधार पर कार्रवाई भी की जाएगी।