कई दशको के बाद 8 अप्रैल को पूर्ण सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। असल में हर 18 महीने में पृथ्वी के किसी न किसी हिस्से में सूर्य ग्रहण लगता है। इस बार आठ अप्रैल को पड़ने वाले सूर्य ग्रहण को लेकर दुनिया भर के लोग उत्साहित हैं, क्योंकि उत्तरी अमेरिका के कुछ हिस्सों में पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखेगा और चार मिनट नौ सेकंड तक पूरी तरह से अंधेरा रहेगा। यह सूर्य ग्रहण कनाडा, उत्तरी अमेरिका से लेकर मैक्सिको तक दिखेगा। यह समय पिछले सूर्य ग्रहणों की तुलना में काफी लंबा है, इसलिए इस दौरान नासा के वैज्ञानिकों ने कई प्रयोग भी करने की योजना बनाई है। पूर्ण सूर्य ग्रहण कितना दुर्लभ है, इसका अंदाज़ा इससे लगाया जा सकता है कि इस शताब्दी में तीनों देश यानी अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको, तीनों को मिलाकर पहली बार पूर्ण सूर्य ग्रहण देखने को मिलेगा। 54 साल बाद 8 अप्रैल को लगने वाला सूर्य ग्रहण एक साथ कई दुर्लभ संयोग लेकर आने वाला है। 8 अप्रैल को लगने वाला यह सूर्य ग्रहण वर्षों बाद सबसे लंबा सूर्य ग्रहण होगा। यह ग्रहण करीब 5 घंटे और 25 मिनट तक चलेगा।यह एक पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। 54 वर्षों बाद इस तरह का संयोग बन रहा है। इसके पहले ऐसा संयोग 1970 में बना था। 8 अप्रैल को जब सूर्य ग्रहण लगेगा तब इस दौरान कुछ समय के लिए पृथ्वी पर अंधेरा छा जाएगा। यानी ग्रहण में सूर्य पूरी तरह से गायब हो जाएगा। इसके चलते दिन अंधेरा हो जाएगा।इस सूर्य ग्रहण के दौरान धूमकेतु तारा भी साफ नजर आएगा। दुनिया के जिन-जिन हिस्सों में यह सूर्य ग्रहण लगेगा वहां सौर मंडल में मौजूद शुक्र और गुरु भी देखे जा सकेगा। यह ग्रहण भारतीय समय के अनुसार रात 9 बजकर 12 मिनट से शुरू होगा जो आधी रात को 2 बजकर 22 मिनट तक चलेगा। इस बीच सोमवती अमावस का योग भी पड़ रहा है। ऐसे में इसका असर 12 राशियों पर पड़ेगा। अगले आलेख में पढ़े किन-किन राशियों पर इस सूर्य ग्रहण का विशेष असर पड़ेगा।