रामनवमी को देखते हुए विभिन्न अखाड़ा कमेटियों के सदस्यों द्वारा टावर चोक समेत विभिन्न चौक चौराहा और मंदिरों के बाहर अखाड़ा खेलने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसी कड़ी में शुक्रवार को भी कई चौक चौराहा और मंदिरों के बाहर अखाड़ा को लेकर प्रैक्टिस करते हुए देखने को मिला। लाठी खेलने वाले उस्तादों द्वारा अखाड़ा कमेटी के सदस्यों को लाठी खेलने के लिए कई टिप्स दिए जा रहे हैं। हिंदुओं का पर्व महा नवमी के दिन लाठी खेलने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है। आज भी ग्रामीण हो या शहरी क्षेत्र लाठी खेलने की परंपरा जीवित है। इसके अलावा ढोल नगाड़ा वालों ने भी वाद्य यंत्र के माध्यम से अपने प्रैक्टिस शुरू कर दी है। महावीर मंदिर के सामने शुक्रवार को कई लोगों ने लाठी खेला तो वही ढोल वाले लाठी खेलने के ताल पर आवाज दे रहे थे। कुल मिलाकर जिले के हर क्षेत्र में रामनवमी की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई। महा नवमी के दिन बजरंगबली का ध्वजारोहण कर शाम को अखाड़ा कमेटियों का जुलूस निकालकर लाठी खेली जाएगी। अखाड़ा को देखते हुए शहर में जगह-जगह पानी शरबत के लिए स्टॉल लगाया जा रहा है। इधर रामनवमी पर्व को देखते हुए पूरे बाजार में बजरंगबली के झंडे से बाजार पटा हुआ है। कई तरह के आकर्षक झंडे बाजार में देखने को मिल रहे हैं। वही पूजा दुकानों व दुकानों में भी भारी भीड़ देखने को मिल रही है।