रिपोर्ट:- विकास सिन्हा
गावां प्रखंड मुख्यालय के नए मॉडल सह अंचल कार्यालय भवन के छत से उद्घाटन के महज सात महीनें के बाद ही बारिश का पानी चुने लगा है और दीवारों में दरार आई गई है। इससे भवन निर्माण के गुणवत्ता पर सवाल उठने लगा है तो वहीं भ्रष्टाचारियों की पोल खुल गई है। बता दें कि भवन प्रमंडल विभाग की ओर से गावां प्रखंड मुख्यालय में करोड़ों रुपए की लागत से वर्ष 2020 में नवनिर्वाचित मॉडल सह अंचल कार्यालय भवन का निर्माण पूरा कराया गया था। वर्ष 2020 के जुलाई माह में उस समय के तत्कालीन बीडीओ मधु कुमारी के अगुवाई में जर्जर भवन से नवनिर्मित मॉडल सह अंचल कार्यालय भवन में प्रखंड मुख्यालय को शिफ्ट कराया गया था। परंतु इधर तीन चार दिनों से लगातार हो रही रुक-रुक कर बारिश ने व्यवस्थाओं की पोल खोल कर रख दी है। भवन के दूसरे फ्लोर में हॉल रूम के पास दीवार और छत से बारिश का पानी टपकने लगा है। पानी टपकने से नीचे का स्थल पूरी तरह से भींगने लगा है। वहीं बीपीआरओ हॉल के दीवारों पर दरारें आ गई है। इसके अलावा बीपीआरओ हॉल के खिड़की में लगाए गए शीशा भी कमजोर होकर टूटने लगा है। शुक्रवार की देर रात भी आंधी से खिड़की के एक भाग का शीशा टूटकर चकनाचूर हो गया है। वहीं प्रखंड कार्यालय भवन में कई पंखा व लाइट भी खराब हो गया एवं शौचालय का पानी सप्लाई भी बंद है। एक तरह से कहा जाए तो भवन निर्माण के दौरान भारी अनियमितता बरती गई है।
इस संबंध में धनवार के पूर्व विधायक राजकुमार यादव ने कहा की प्रखंड मुख्यालय के बुनियादी और ढलाई में भी अनियमितता बरती गई थी। जिसका भाकपा माले पार्टी द्वारा विरोध जताया गया था। लेकिन बाद में बाबूलाल मरांडी के विधायक बनने के पर संवेदक द्वारा जैसे तैसे काम पूरा कर पैसा निकाल लिया गया है। कहा कि जिसके नाम से निविदा बांड हुआ था वह काम न कराकर गावां के कुछ बिचौलियों द्वारा कार्य करवाया गया है। उन्होंने कहा कि वे विधानसभा के अध्यक्ष प्रतायुक्त समिति के पास भी आवेदन देकर इसकी जांच कराएंगे और आगामी वर्षाकालीन सत्र में जांच की मांग उठाएंगे।
इधर, बीडीओ रामगोपाल पांडेय ने कहा कि भवन से बारिश का पानी चुने की सूचना नहीं है। मैं अभी यहां नया आया हूं। मामले की जांच करवाते हैं। जांच के बाद संबंधित विभाग को पत्र लिखा जाएगा।
वहीं इस बाबत खिरीमहुआ एसडीएम धीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा की ये गंभीर मसला है। एक टीम गठित कर बिल्डिंग का जांच किया जाएगा साथ ही कहा की गड़बड़ियां पाए जाने पर संवेदक पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

