सरिया के विवेकानंद चौक स्थित एक विद्यालय में शुक्रवार को गूगल मिट के द्वारा झारखंड इंडिपेंडेंट स्कूल एलायंस की बैठक हुई।इस दौरान विद्यालय खुलवाने पर चर्चा की गई।बताया गया कि कोरोना काल का दुष्परिणाम दिन-ब-दिन बच्चों पर पड रहा है।निजी स्कूलों के संचालकों और शिक्षकों की स्थित भी दयनीय हो चुकी है।
बैंकों के ऋण का किस्त,गाड़ियों का टैक्स और इंसुरेंस बिजली बिल संचालकों पर कहर बरपा रही है। जिले के हजारों की संख्या में शिक्षक बेरोजगार हो चुके हैं
ऐसे में झारखंड इंडिपेंडेंट स्कूल एलायंस की ओर से लगातार सरकार से अनुरोध किया जा रहा है कि निजी विद्यालय खोलने की अनुमति प्रदान करें ताकि देश के बच्चों का भविष्य बचाया जा सके
इसके लिए तकरीबन जिले से 8000 अधिक पोस्टकार्ड झारखंड सरकार के पास भेजने की बात संघ के द्वारा कही जा रही है।
अगर झारखंड सरकार निजी विद्यालय पर सतौला व्यवहार करती है तो 31 जनवरी को आंदोलन करने को विचार विमर्श कर कड़े आंदोलन करने को ये लोग बाध्य होंगे
बताते चलें कि ऑनलाइन पढ़ाई बच्चों के समझ से परे हैं और कई बच्चों के पास साधन की कमी भी है।इससे इनका पठन-पाठन बाधित हो चुकी है।अभिभावक और बच्चे दोनों इस व्यवस्था से परेशान हैं।