बोद्ध धर्म के लोगो का प्रमुख त्यौहार बुद्ध पुर्णिमा है| बुद्ध पुर्णिमा भगवान बुद्ध के जन्मदिन के अवसर पर मनाई जाती है| यह हर वर्ष हिन्दू कैलेंडर के अनुसार वैशाख मास की पुर्णिमा को मनाई जाती है|
माना जाता है कि इसी दिन बौद्ध धर्म के संस्थापक महात्मा बुद्ध का जन्म, मृत्यु, तथा ज्ञान मिला था| इनको ज्ञान पिपल के वृक्ष के निचे मिला था, जिस वृक्ष को आज हम बोधी वृक्ष के नाम से जानते है| इसलिए गॉव का नाम बोधगया रख दिया गया| जिस कारण यह दिन बोद्ध धर्म के लिए पवित्र दिन माना जाता है| बुद्ध ने पहला उपदेश सारनाथ में दिया था, जिसे धर्म चक्र प्रवर्तन का नाम दिया गया| कई सालो कि कठोर तपस्या के बाद 35 वर्ष की आयु में सिद्धार्थ को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी| इनके बचपन का नाम सिद्धार्थ था|
इसदिन लोग प्राथना करते है, दिपक जलाते है, बुद्ध कि प्रतिमा पर फुल चढ़ाते है, तथा पिपल के पेड़ की पूजा करते है| इस दिन मंदिरों को दुलहन की तरह सजाया जाता है| सभी लोग सफेद पौशाक पहनते है| वैसे तो यह त्यौहार भारत सहित सम्पुर्ण देश में मनाई जाती है, पर इसका प्रमुख स्थान बोध गया है, जो बिहार में स्थित है|