बुधवार की दोपहर करीब 12 बजे गांडेय अंचल कार्यालय की कर्मियों के कार्यप्रणाली से नाराज ग्रामीण व जनप्रतिनिधिगण अंचल कार्यप्रणाली में सुधार को लेकर अंचल कार्यालय में जमकर हंगामा किया. जमकर हंगामा कर रहें ग्रामीण व जनप्रतिनिधि गांडेय प्रमुख राजकुमार पाठक के नेतृत्व में अंचल कार्यालय के कर्मियों के ऊपर त्वरित कारवाई नहीं होने पर अंचल कार्यालय में बहुत जल्द तालाबंदी करने का निर्णय लिया. ग्रामीणों का आरोप है कि अंचल के अधिकतर कर्मी समय पर कार्यालय नहीं पहुंचते है, या फिर नदारत रहते है,बताया गया कि बुधवार को भी करीब 12 बजे तक अंचल के कई कर्मी अंचल कार्यालय में नदारत थे, जिसको लेकर प्रमुख राजकुमार पाठक भड़क गए और फरियादियों के साथ अंचल कार्यालय परिसर में जमकर गरजे. कहा कि अंचल के कुछ गिने चुने कर्मियों को छोड़कर अधिकतर कर्मी अंचल कार्यालय लेट पहुंचते है. जिससे जनता जनार्दन को अपने कार्यों को लेकर काफ़ी परेशानी होती है, कहा गया कि जरूरी कार्य समय पर नहीं हो पाते है जिसके कारण लम्बे समय से लंबित पड़े हुए है.
ग्रामीणों ने बताया कि वे 20 से 30 किलोमीटर दूर से अपनी समस्या के समाधान के लिए अंचल कार्यालय पहुंचते हैं, लेकिन वहां पहुंचने के बाद भी उनके समस्या का समाधान नहीं हो पाता है,बताया गया कि रसीद निर्गत, ऑनलाइन दाखिल-खारिज, खतीयानी रसीद जैसे कई कार्य अंचल के कर्मियों के शिथिलता के कारण वर्षों से लंबित पड़े हैं। बताया गया कि कर्मियों द्वारा अंचलाधिकारी के बातों को भी अनदेखा किया जाता है. ग्रामीण सुखदेव मंडल ने बताया कि उन्होंने 2023 में रसीद के लिए आवेदन दिया था, लेकिन मौजूदा वक़्त 2025 तक भी उसे निर्गत नहीं किया गया है। वहीं नाराज जनप्रतिनिधि गांडेय पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि श्याम पाठक,अहिल्यपुर पंचायत समिति सदस्य मोहन हाजरा सहित कई अन्य ने भी अंचल कर्मियों के प्रति अपनी नाराजगी बयां किया. बताया जा रहा है कि इस तरह के कई मामले ऐसे है जिसपर अंचल कर्मियों के शिथिलता के वजह से वर्षों से सकारात्मक कार्रवाई नहीं होने से जनता जनार्दन काफ़ी परेशान हैं और अंचल का चक्कर काट काटकर थक चुके है और अपनी समस्या का समाधान के लिए गुहार लगा रहें है. इससे नाराज ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी की और कहा कि जब तक कर्मचारियों की जवाबदेही तय नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.