रिपोर्ट:- विकास सिन्हा
गावां प्रखंड स्थित आंगनबाड़ी केंद्र तराई में शनिवार को गोदभराई एवं मुंह जूठी कार्यक्रम में अनियमितता के खिलाफ लाभार्थियों ने वार्ड सदस्य दिनेश यादव के अगुवाई में प्राथमिक विद्यालय तराई में बैठक कर विरोध जताया और सीडीपीओ से जांच की मांग की। लाभार्थियों का कहना है कि तराई आंगनबाड़ी केंद्र में पदस्थापित सेविका सुनैना देवी द्वारा विगत 10 वर्षों से पोषक क्षेत्र के बच्चें व लाभार्थियों के बीच कभी भी कुछ वितरण नहीं किया गया है। अक्सर सिर्फ फोटो खींचवा कर गोदभराई एवं मुंह जूठी कार्यक्रम का आयोजन कर खानापूर्ति कर लिया जाता है। इस संबंध में जब ग्रामीणों द्वारा उससे पूछा जाता है तो कोई ठोस जवाब नहीं मिलता है। शुक्रवार को भी कुछ लाभार्थियों के शिकायत पर मामले को लेकर वार्ड सदस्य व अन्य लोगों द्वारा सेविका से इस संबंध में जानकारी लेने की कोशिश की गई तो वह अपशब्द भाषा का प्रयोग करने लगी। बाद में ग्रामीणों ने बैठक में गर्भवती महिला और बच्चों के बीच वितरित किए गए पोषाहार का रजिस्टर पंजीयन ग्रामीणों के बीच रखने की मांग की। लेकिन सेविका सुनैना देवी इसपर साफ इंकार कर दिया और कहा कि वे लाभार्थी व ग्रामीणों को रजिस्टर नहीं दिखा सकती है। अभी कोरोना के समय है, आंगनबाड़ी से संबंधित सभी काम ऑनलाइन के सहारे चल रहा है। जिसका डाटा विभाग को उपलब्ध करा दिया गया है। ग्रामीणों ने सीडीपीओ को हस्ताक्षरयुक्त आवेदन देकर भी मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है। इधर, सेविका सुनैना देवी ने कहा कि कल गोदभराई कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें गर्भवती महिलाओं को लाभान्वित किया गया। कहा कि उसी के शिकायत को लेकर वार्ड सदस्य समेत कई लोग देर रात घर पर आकर पोषाहार नहीं वितरण के का आरोप लगाकर अपशब्द भाषा का प्रयोग करने लगे। कहा कि अभी एक माह से विभाग द्वारा पोषाहार नहीं मिला है। वहीं वार्ड सदस्य दिनेश यादव ने कहा कि सेविका द्वारा लगाए गए आरोप गलत है। रात में हमलोग गांव के अन्य लोगों के साथ गोदभराई कार्यक्रम में बरती गई अनियमितता को लेकर बात करने गए थे। लेकिन वह गाली गलौज कर सभी को भगा दिया।
सीडीपीओ आरती कुमारी ने कहा कि गोदभराई एवं मुंह जूठी कार्यक्रम में सेविका द्वारा अनियमितता बरतने की सूचना मिली है। आवेदन मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।