उत्तर प्रदेश के नोएडा के सेक्टर 93ए में स्तिथ सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट सोसाइटी में बने ट्विन टावर को ध्वस्त करने की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। बताया गया की अगर सब कुछ ठीक रहा तो 22 मई 2022 तो 4000 किलो बारूद का इस्तेमाल कर महज 9 सेकेंड के वक्त में पूरी इमारत को ध्वस्त किया जायेगा। इस टॉवर को करीब 100 मीटर की दुरी से रिमोट दबा कर उड़ाया जायेगा। इसकी धूल करीब 30 मीटर तक उड़ेगी इस धूल को उड़ने से रोकने के लिए पानी का छिड़काव किया जायेगा। धूल उड़ने के कारण आस एटीएस, पार्श्वनाथ और एमराल्ड के 14 टावरों के करीब 3500 फ्लैटों को अपना एरिया खाली करने के लिए कहा गया है विस्फोट के पांच घंटे बाद लोग घर जा सकेंगे। एडिफिस एजेंसी के हेड उत्कर्ष मेहता ने बताया कि ध्वस्तीकरण वाले दिन आसपास के फ्लैटों को कोई नुकसान नहीं होगा, लेकिन फिर भी 100 करोड़ का बीमा कराया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो इस टॉवर को तोड़ने की वजह यह है की इस ट्विन टॉवर में भूतल समेत 9 फ्लोर के 14 टॉवर बनने थें। लेकिन समय के साथ साथ टॉवर की ऊंचाई बढ़ती गई। प्रावधान यह था कि बिल्डर को संशोधन के लिए RWA से इजाजत लेनी थी लेकिन बिल्डर ने उसकी परवाह नहीं की। इसके साथ नेशनल बिल्डिंग कोड में दो आवासीय टॉवर के बीच 16 मीटर की दूरी आवश्यक है लेकिन ट्विन टॉवर में नियमों की अनदेखी की गई। इसके साथ ही बायर्स को 12 फीसद ब्याज के साथ रकम वापस लौटाने के लिए भी कहा गया था।