प्रधानमंत्री कार्यालय समेत विभिन्न कार्यालयों में महिला ने भेजा आवेदन, पति पर गंभीर रूप से प्रताड़ित करने का लगाया आरोप।।
सरिया थाना क्षेत्र के बहादुरपुर की रहने वाली महिला यशोदा देवी अपने पति की प्रताड़ना से तंग आकर प्रधानमंत्री,मुख्यमंत्री, के अलावे गिरिडीह डीसी एसपी समेत दर्जनभर अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है।बुधवार को डीसी आफिस पहुचीं महिला नें अपने पति एवं उनके ससुराल वालों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज नही करने का आरोप पुलिस प्रशासन पर लगाया है।इस बाबत पीड़ित ने बताया कि इनके पति ने इन्हें छोड़कर दूसरी शादी कर ली है और इनके पति एवं ससुराल वाले मिलकर इन्हें कई एक नए-नए तरीके से तंग तबाह एवं प्रताड़ित करते रहते हैं।बताया गया कि इनके पति के द्वारा इनके साथ जानवरों वाला व्यवहार किया जाता था। जिसके कारण इन्हें रांची जाकर ईलाज भी करवाना पड़ा। तरह-तरह के प्रताड़ना से तंग आकर पीड़िता यशोदा देवी ने महिला थाना गिरिडीह में एक आवेदन पत्र प्रस्तुत की।आरोप है कि महिला थाना गिरिडीह की थाना प्रभारी इनके पति बहादुर साव को गिरिडीह बुलाया तथा आपसी तालमेल कर यशोदा देवी द्वारा प्रस्तुत किए गए आवेदन पत्र के आलोक में कोई प्राथमिकी दर्ज नही की और उल्टा यशोदा देवी को ही डांट-डपटकर जेल भेज देने की धमकी देकर एक सुलहनामा का कागज पर हस्ताक्षर करवा कर यशोदा देवी को उसके पति बहादुर साव के साथ पुनः ससुराल भेज दिया गया। आगे पीड़िता यशोदा देवी के द्वारा बताया गया कि पुनः ससुराल जाने के पश्चात इनके पति बहादुर साव के द्वारा परेशान किया जाने लगा।साथ ही अपनी नई पत्नि पूजा के साथ मिलकर इन्हें जान मारने की नीयत से इन पर जानलेवा हमला किया।घटना में जिससे पीड़िता यशोदा देवी का सर फट गया जो ग्रामीणों एवं इनके पिता के द्वारा सदर अस्पताल गिरिडीह में इनका ईलाज करवाया गया था।उस वक्त भी नगर थाना पुलिस के द्वारा इनका बयान लिया गया और पुनः महिला थाना गिरिडीह जाने का सलाह दिया गया।जहाँ इनको डांट-डपटकर भगा दिया गया और सरिया थाना जाने की सलाह दी गई।लेकिन सरिया थाना में भी इन्हें कोई न्याय नही मिला। पीड़िता के द्वारा बताया गया कि अपने आवेदन के संबंध में कई एक आला अधिकारियों के पास लिखित शिकायत की गई है लेकिन किसी ने अबतक कोई संज्ञान नही लिया है। वर्तमान में पीड़िता महिला यशोदा देवी ने बताया कि वो न्याय के लिए दर दर भटक रही है। लेकिन उन्हें न्याय नही मिल पा रहा है और इनके द्वारा पुलिस अधीक्षक गिरिडीह को नामांकित करते हुए प्राथमिकी दर्ज करने का आवेदन देकर आवेदन की प्रतिलिपि DSP सरिया, DIG हजारीबाग, DSWO गिरिडीह, निदेशक समाज कल्याण महिला एवं बाल विकास विभाग झारखण्ड सरकार रांची, अध्यक्ष झारखण्ड राज्य महिला आयोग रांची, अध्यक्ष केन्द्रीय महिला आयोग भारत सरकार, प्रधान सचिव झारखण्ड सरकार, सचिव गृह कारा आपदा प्रबंधन विभाग रांची, मुख्यमंत्री झारखण्ड सरकार, प्रधानमंत्री भारत सरकार नई दिल्ली तथा माननीय राष्ट्रपति महोदय को भेजी गई है। अब देखना यह है कि पीड़िता महिला यशोदा देवी को कब तक न्याय मिल पाता है।