रिपोर्ट :- विकास सिन्हा
शुक्रवार को गावां प्रखण्ड के सभी शाखाओं, सभी प्रज्ञापीठों पर गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर जप, हवन एवं गुरु महिमा पर प्रकाश डालते हुए उद्बोधन कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में कोरोना से काल कलवित लोगों को आत्मा की शांति के लिए एवं कोरोना से बचाव हेतु जप,हवन, एवं गुरु महिमा पर उद्बोधन कार्यक्रम संपन्न हुआ। साथ ही इस कार्यक्रम के शुभ अवसर पर वृक्षारोपण,सभी शाखाओं में प्रशिक्षण कार्यक्रम , बंद पड़े बाल संस्कार शाला को पुनः चालू कर ने, सभी प्रज्ञामण्डलो का नवीनीकरण करने, सभी आंदोलनों को गति देने का संकल्प हुआ।
इस कार्यक्रम में गुरु महिमा पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि भारतीय संस्कृति गुरु शिष्य की परंपरा पर आधारित है। गुरु शिष्य की परंपरा के कारण ही भारत का इतिहास इतना गौरव मयी है।कण्व और भरत की गुरु परंपरा के कारण इस देश का नाम भारत पड़ा। इस लिए इस गुरु पूर्णिमा के अवसर पर फिर से गुरु शिष्य परंपरा को पुनः जागृत करके हम अपने जीवन को सफल, सुखी और संतुष्ट बना सकते हैं। इस पावन अवसर पर इतना कर सके,तो गुरु पूर्णिमा मनाना सार्थक होगा।
कार्यक्रम में सीमा भारती, विजय रजक, अयोध्या यादव,लखन विश्वकर्मा, अर्जुन शर्मा, अंजु देवी, संध्या देवी, दिनेश यादव, किरण देवी, विजय चौधरी, सुमित्रा देवी समेत सैकड़ों लोगों का सराहनीय योगदान रहा।