आपने आज तक इंसानों की शादी के बारे में सुना और देखा होगा. लेकिन कभी जानवरों की शादी के बारे में सुना या देखा है। अगर नहीं तो चलिए हम आपको बताते हैं कि भारत में कई ऐसे राज्य व जिला हैं जहां बारिश न होने पर लोग जानवरों की शादी करवाते हैं। जिससे इन्द्रदेव्र प्रसन्न होंगे और बारिश होगी। भारत में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर व बिहार के औरंगाबाद में बारिश न होने से यहां के लोग परेशान थे व किसान हलकान थे, धान का बिचड़ा सूख रहा था. सावन के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी मानसून की बेरुखी से धान की रोपाई शुरू नहीं हो पा रही थी। इसके बाद लोगों ने मेढ़क व मेढकी की शादी करवा दी। बता दें कि यह शादी भी बिल्कुल वैसे ही हुई जैसे इंसानों की होती है. मेढ़क को दूल्हा की तरह जबकि मेढकी को दूल्हन की तरह सजाया गया. इतना ही नहीं लोगों ने दोनों का गाजे बाजे के साथ बारात भी निकाला व खाने के लिए भोजन की भी व्यवस्था की गई महिलाओं द्वारा मंगल गीत भी गाया गया और पंडित को बुलाकर पूरे विधि विधान से दोनों की शादी करवाई गई। अब इसे आस्था कहें, अंधविश्वास या फिर संयोग मेंढ़क-मेंढ़की की शादी के बाद यहां जमकर बारिश हुई जिससे लोगों व किसानों के चेहरे खिल उठे। कुल मिलाकर ये कह सकते हैं कि इंद्रदेव को खुश करने के लिए मेंढक-मेंढकी की शादी करवाई जाती है।