आज यानी 27 सितंबर को शारदीय नवरात्रि का दूसरा दिन है। इस दिन दुर्गा माता के द्वितीय सवरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा का विधान है। ब्रह्मचारिणी का अर्थ होता है तप का आचरण करने वाली। इनका का स्वरूप अत्यंत तेजमय और भव्य है। मां ब्रह्मचारिणी की उपासना से आत्मविश्वसा, बुद्धि, संयम में वृद्धि होती है। मां ब्रह्मचारिणी अपने दाहिने हाथ में जप की माला और बाएं हाथ में कमंडल धारण करती हैं। कहा जाता है कि मां ब्रह्मचारिणी की कृपा से धैर्य प्राप्त होता है और मनुष्य कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी अपने कर्त्तव्य से विचलित नहीं होता है।