श्री श्याम सेवा समिति भवन में गुरुवार को 13वां वार्षिक उत्सव सह माता शाकम्भरी का प्राकट्य दिवस समारोह मनाया गया।श्री शाकम्भरी सेवा समिति, गिरिडीह के तत्वाधान में यह आयोजन हुवा। बताया गया कि माता शाकम्भरी आदि शक्ति जगदम्बा का वह रूप है।माता ने संसार को जीवनदान देते हुए शाक, मूल, फल, फूल, जल, आदि प्रदान किया। और इसी रूप में दुर्गम नाम के महादैत्य का वध करते हुए संसार की रक्षा के लिए माता शाकमभरी रूप में विख्यात हुई। शाकम्भरी रूप में माता ने दुर्गम का वध कर के चारों वेदों को पुनर्स्थापित किया और संसार का कल्याण किया।इस कार्यक्रम के दौरान 251 महिलाओं के द्वारा मंगलपाठ, अखंड ज्योत, छप्पन भोग, मेंहदी उत्सव, गजरा उत्सव, चुनड़ी उत्सव, कन्या पूजन, अन्नपूर्णा भंडारा आदि का आयोजन किया गया।कार्यक्रम को सफल बनाने में अमित छापरिया, विनोद खंडेलवाल, सुधीर गोयल, दीपक शर्मा, दीपक चिरानिया, अरुण लाडिया, सुरेंद्र छापरिया, गोपाल डंगाइच, आदि भक्तों का सराहनीय योगदान रहा ।