गावां काली मंडा मंदिर में पिछले पांच दिनों से आयोजित चैती दुर्गा पूजा का समापन बुधवार को प्रतिमा विसर्जन के साथ हो गया। बुधवार को संध्या शाम में विधवत पूजा पाठ मंत्रोच्चार व गाजे-बाजे जयकारों, गीत जुलुस के साथ कंधे पर उठाकर मां की प्रतिमा को लेकर श्रद्धालु नैयकी आहार पहुंचे। जहां नम आंखों से जयकारा लगाते हुए मां दुर्गे की प्रतिमा को तालाब में विसर्जित किया गया। वहीं इस दौरान श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव के साथ मां दुर्गा की आराधना में डूबे रहे। पूजा व मेले में विधि व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त रखने को लेकर प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए थे। मेले में थानेदार पिंटू कुमार स्वयं गश्ती करते हुए पूरे विधि व्यवस्था पर नजर बनाए हुए थे।