गाड़ियों की कमी से जूझ रहा है गिरिडीह जिला प्रशासन, जनता हुई परेशान
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर पुरे शहर में जोरों शोरों से वाहन चेकिंग अभियान
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर जिला प्रशासन गाड़ियों की धर पकड़ कर रहा है।वहीं इस वजह से आम जनता को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि हालात यहाँ ऐसे हो रहे है की चुनाव ड्यूटी में लगे अधिकारियों के लिए बिना नोटिस लोगों की निजी बस एवं लोगों की गाड़ियों को जब्त किया जा रहा है। यात्री को आवागमन के लिए बस एवं गाड़ियां नहीं मिल रही है | बस चालक, बसें भी डर कर चला रहें है कि कही कोई अधिकारी उनकी बसें न पकड़ लें। साथ ही स्कूल बस और मोटरसाइकिलों को भी जब्त किया जा रहा है।हालात ऐसे हैं कि लोग गाडी से अपनी निजी कार्य करने में भी कतरा रहें है। इस वजह से आम जनता को बहुत परेशानी हो रही है।लोग अपने बच्चों को स्कूल नहीं पहुँचा पा रहे हैं। अपने निजी कार्य नहीं कर पा रहे हैं और तो और पुरे शहर में जोरों शोरों से वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है और सैकड़ों गाड़ियों को जब्त किया जा रहा है।इधर परिवहन विभाग भी गाड़ियां को जप्त करने में काफी मशक्कत कर रहा है। इस बाबत परिवहन विभाग से जुड़े गजेंद्र कुमार ने बताया कि शादी विवाह के सीजन होने की वजह से ज्यादातर गाड़ियां बारात लेकर आ जा रही है। ऐसे में गाड़ियों को जप्त करने में उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बताया गया कि यह वाहनों के कागजात जप्त कर ले रहे हैं और सवारियों को छोड़कर वापस इनके सुपुर्द वाहन को करने का फरमान वाहन चालकों को सुना रहें हैं।