महान वैज्ञानिक डॉ. विक्रम साराभाई का जन्म 12 अगस्त 1919 को गुजरात के अहमदाबाद में हुआ था। वह गुजरात के एक धनी परिवार से तालुक रखते थे। उनके पिता अंबालाल साराभाई चर्चित उद्योगपति थे। उनकी माता का नाम सरला देवी था। अहमदाबाद के गुजरात कॉलेज से शुरुआती पढ़ाई करने के बाद वह उच्च अध्ययन के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज चले गए। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान वह भारत लौट आए।1947 में उन्होंने पीएचडी पूरी की। उन्होंने अपनी डॉक्टोरेट डॉ.सी.वी.रमन के मार्गदर्शन में पूरी की। भारत के आजाद होने के बाद उन्होंने 1947 में फिजिकल रिसर्च लैबरेटरी (पीआरएल) की स्थापना की। पीआरएल की शुरुआत उनके घर से हुई। शाहीबाग अहमदाबाद स्थित उनके बंगले के एक कमरे को ऑफिस में बदला गया जहां भारत के स्पेस प्रोग्राम पर काम शुरू हुआ। बता दें कि डॉ.साराभाई ने इसरो जैसे संस्था की स्थापना में अहम भूमिका निभाई। जब रूस ने स्पुतनिक लॉन्च किया उस समय डॉ.साराभाई की उम्र 28 साल थी। उन्होंने भारत सरकार को इसरो की स्थापना के लिए राजी किया। उन्होंने कहा कि भारत जैसे विकासशील राष्ट्र को भी चांद पर जाना चाहिए। इस तरह से इसरो की स्थापना हुई।