गिरिडीह जिले के कबरीबाद माइंस में बुधवार सुबह 10 बजे एक बार फिर फिल्म गुंडे की तर्ज पर कोयला चोरी का नज़ारा देखने को मिला। चलती हुई मालगाड़ी पर जान की परवाह किए बिना चोर चढ़ गए और बोरियों में कोयला भरते दिखे। यह नजारा किसी बॉलीवुड फिल्म के स्टंट जैसा लगा, लेकिन यह गिरिडीह कोलियरी की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलने के लिए काफी था।
स्थानीय सूत्रों की मानें तो इस तरह की घटनाएं अब आम हो गई हैं। हर बार कोयला लदी रैक गुजरने पर चोरों का गिरोह सक्रिय हो जाता है। सीसीएल की सुरक्षा टीम, स्थानीय पुलिस और आरपीएफ की मौजूदगी के बावजूद चोरी की वारदातें थम नहीं रही हैं।

इस फिल्मी स्टाइल की कोयला चोरी से न केवल गिरिडीह कोलियरी को लाखों का नुकसान हो रहा है, बल्कि सरकार को भी राजस्व की चपत लग रही है। प्रशासन द्वारा समय-समय पर की जाने वाली कार्रवाई के बावजूद चोरों के हौसले बुलंद हैं।
अब सवाल यह उठता है कि क्या गिरिडीह कोल सेक्टर में कानून व्यवस्था सिर्फ नाम की रह गई है? या फिर चोरों ने पुलिस को भी चकमा देने की कला में महारत हासिल कर ली है? जो भी हो, यह ‘गुंडे’ स्टाइल की कोयला चोरी गिरिडीह के लिए एक गंभीर चुनौती बन चुकी है।