जिला अधिवक्ता संघ के महासचिव एवं भाजपा नेता चुन्नू कांत ने कहा रांची उच्च न्यायालय के अधिवक्ता राजीव कुमार के खिलाफ गहरी साजिश हुई है । वे एक षड्यंत्र के शिकार हो गए है।इस पूरे मामले की जांच उच्च स्तरीय टीम से होनी चाहिए। उन्होंने इस पूरे मामले की सेवानिवृत्त न्यायिक अधिकारी के अध्यक्षता में गठित दल से कराने की मांग की है ।उन्होंने कहा कि हास्यास्पद बात यह है कि जिस व्यक्ति के द्वारा राजीव कुमार को मैनेज करने की बात कही गई है वह तो उस याचिका में पझकार भी नहीं है। ऐसे में भला वह क्यों उन्हें मैनेज करें करेगा ?जहां तक ₹5000000 कैरी करने की बात है तो वह भारतीय दंड विधान के किसी धारा में अपराध नहीं है ।कोई भी व्यक्ति कोई रकम लेकर के चल सकता है। उस रकम का आधार क्या है इसकी भले ही जांच हो सकती है।श्रीकांत ने कहा कि राजीव कुमार कई बड़े मामले में याचिकाकर्ता की ओर से वकील रहे हैं ।वह राज्य के मुख्यमंत्री के विरुद्ध भी दायर याचिका में वकील हैं। ऐसे में कोई बड़ी और राजनीतिक शक्ति के षड्यंत्र का शिकार हो सकता हैं। पुलिस को उस मामले पर जांच करनी चाहिए बजाय इसके बंगाल पुलिस ने अपराधियों की तरह उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह गलत है और गंभीर मामला जिसकी अविलंब उच्चस्तरीय जांच हो।