भारत के पुर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह किसानों कि दिलो में आज भी बसे है| आज (29मई ) उनकी पुण्यतिथी है| उनका मानना था कि असली भारत गांव में बसता है और देश के विकास का रास्ता गांवों के खेतो व खलीहानों से होकर गुजरता है| वह कृषी अर्थव्यवस्था की गहरी समझ रखने वाले उच्च कोटि के विद्वान, लेखक एंव अर्थशास्त्री थे| महात्मा गांधी के सत्याग्रह आंदोलन में भाग लिये और तीन बार जेल भी गए थे | उन्होने अपने कार्यकाल के दौरान उन्होने मजदुरों व किसानों को प्राथमिकता दी, किसानों के जीवन को बेहतर बनाने का हर संभव प्रयास किया|
ये ग्रामीण परिवेश में जन्म लेने व एक साधारण गरीब व किसान परिवार में पले-बढ़े होने के कारण वे किसानों व गरीब लोगों की समस्याओं को भली-भांति जानते थे| यही कारण है कि उन्हें किसानों का सच्चा मसीहा व हितैषी कहा गया|
इनका मानना था कि किसान जब तक खेत में मेहनत करके अनाज पैदा करते है तभी वह हमारी थालियों तक पहुँच पाता है| उनके जाने के बाद किसान राजनीति में आए सुनेपन को कोई दुसरा व्यक्ति आज तक नहीं भर सका है |