साल में दो बार छठ का महापर्व मनाया जाता है। कार्तिक मास यानी अक्टूबर-नवंबर में पड़ने वाली छठ का अधिक महत्व है। इसके अलावा दूसरी छठ चैत्र मास में पड़ती है। इस पर्व में भी सूर्य की उपासना करना शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, संतान की कामना करने वाली महिलाओं के लिए यह व्रत उत्तम माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, छठी मैय्या को भगवान सूर्य की बहन कहा जाता है। मान्यता है कि छठ महापर्व में छठी मैय्या व भगवान सूर्य की पूजा करने से छठी मैय्या प्रसन्न होती हैं। इस व्रत के पुण्य प्रभाव से घर में सुख-शांति व खुशहाली आती है।