रिपोर्ट:- विकास सिन्हा
किसान विरोधी तीनों काले कृषि कानूनों को वापस करने की मांग पर “संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा” द्वारा आहूत भारत बंद के समर्थन में भाकपा माले , कांग्रेस, झामुमो एवम आप पार्टी के द्वारा सड़क पर उतरकर आंदोलन किया गया। इस दौरान प्रखंड सचिव नागेश्वर यादव के नेतृत्व में सैकड़ो किसान – मजदूर गावां बाजार में उत्तरकर नवादा – गिरिडीह, देवघर मुख्य मार्ग को चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। कार्यक्रम की शुरुआत किसान आंदोलन में शहीद किसान भाइयों को याद करते हुए 1 मिनट का मौन रखकर किया गया। पूरे बाजार में प्रतिवाद मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया इस दैरान मुख्य पथ पर वाहनों की लंबी कतार लग गयी।
भाकपा माले प्रखंड सचिव नागेश्वर यादव ने कहा कि किसान पिछले 1 साल से कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जिसमें देश के 600 से ऊपर किसान शहीद हो चुके है। भाजपा और केंद्र सरकार की पुलिस द्वारा दहशत फैलाने, गुंडों से हमले कराना, तरह-तरह के लालच आदि दिखाने के बावजूद उसकी परवाह किए बिना किसान सड़क पर लड़ रहे हैं और कृषि कानून को पूरी तरह से निरस्त करने की मांग से थोड़े से पीछे भी नहीं हटे हैं।किसानों के संघर्ष का ही नतीजा है कि केंद्र सरकार अभी तक इन तीनों कृषि कानूनों को लागू नहीं कर पाई है। आज केंद्र की मोदी सरकार देश की संपदा संसाधनों को बेचने पर तुली हुई है । देश के किसान नें यह ठान लिया है कि किसान विरोधी तीनों काला कानून वापस करा कर ही दम लेंगे या फिर आगामी चुनाव में मोदी सरकार को उखाड़ कर फेंक देंगे।
कार्यक्रम में भाकपा माले जिला कमिटी सदस्य अशोक मिस्त्री, सकलदेव यादव, प्रखंड कमिटी सदस्य अजीत चौधरी, आनंदी यादव, अकलेश यादव, दुःखन साहा, मुस्लिम अंसारी चौधरी,अशोक यादव, संजय यादव, प्रदीप यादव, संजय दास, जासो देवी, मालती देवी, जीतेन्द्र कुमार, राकेश कुमार,सदानंद यादव,सुरेश दास, महेंद्र स्वर्णकार, गाँधी यादव,दिनेश्वर यादव,अमित कुमार,उपेंद्र यादव,नरेश राणा, उमेश यादव,अभिमन्यु कुमार,सुकर यादव समेत सैकड़ो किसान उपस्थित हुए कांग्रेस अल्पसंख्यक सचिव मरगूब आलम, झामुमो प्रखंड अध्यक्ष अजय सिंह, कोडरमा जिला आप प्रभारी सागर चौधरी, रंजीत चौधरी समेत कई उपस्थित थे।