भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को नगर थाना क्षेत्र के धरियाडीह स्थित दिनेश यादव के आवासीय कार्यालय पर जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि मनाई गई। जिसके बाद एक प्रेस वार्ता आयोजित कर डॉ. श्यामा प्रसाद के द्वारा किए गए कार्यों को बताया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से जमुआ विधायक केदार हाजरा, भाजपा जिला अध्यक्ष महादेव दुबे, कोडरमा सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव समेत कई भाजपाई उपस्थित थे। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए जमुआ विधायक श्री हाजरा ने बताया कि 25 जून 1975 की आधी रात उस समय के वर्तमान प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा देश भर में आपातकालीन की घोषणा कर दी गई थी। जिसे भारतीय राजनीति के इतिहास का काला अध्याय भी कहा जाता है। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी के विरोध में एक राजनीतिक आंदोलन पूरे देश में चल रहा था जिसका नेतृत्व जयप्रकाश नारायण जी कर रहे थे। स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह सबसे विवादस्पद काल था। 26 जून 1975 को देश ने रेडियो पर इंदिरा गांधी की आवाज में आपातकाल की घोषणा के बारे में सुना। आपातकाल के पीछे कई वजहें बताई गई हैं। प्रेस वार्ता के दौरान बताया गया कि आपातकाल में जय प्रकाश नारायण की अगुवाई में पूरा विपक्ष एकजुट हो गया था। पूरे देश में इंदिरा के खिलाफ आंदोलन छिड़ गया। दिनेश यादव ने बताया कि आज हम सभी डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मना रहे है। उस समय देश में दो कानून लाने का काम कांग्रेस की सरकार द्वारा की जा रही थी। वही श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी का कहना था कि देश में एक किसान एक प्रधान चलेगा। जिसके बाद उन्होंने बिना वीजा के जम्मू कश्मीर जाने की योजना तैयार की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र की सरकार श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपनों को पूरा करते हुए धारा 370 खत्म किया गया। पिछले 8 वर्षों से भाजपा की सरकार में प्रत्येक गरीबों को ध्यान में रखते हुए काम किया जा रहा है। 370 खत्म होने के बाद कश्मीर में भी अब आन बान और शान से देश की तिरंगा लहर रही है। साथ ही वहां के लोग केंद्र की योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं। मौके पर गिरिडीह के निर्वतमान विद्यायक निर्भय कुमार शाहवादी, जिला महामंत्री सुभाष सिन्हा,प्रदेश कार्यसमिति सदस्य चुन्नुकांत,जिला मंत्री नवीन सिन्हा,भाजपा नेता मुकेश जालान, संजीत सिंह पपु,मोतीलाल उपाध्याय आदि भाजपाई उपस्थित थे।