गावां प्रखंड अंतर्गत माल्डा में रविदास मंदिर के प्रांगण में अनुसूचित जाति जागृति संघ ने राजस्थान के जलौर में जाति वाद और छुआछूत के शिकार हुए इंदर मेघवाल के हत्या कांड के विरोध में कैंडल जलाकर दी भावभीनी श्रद्धांजलि। वहीं अनुसूचित जाति जागृति संघ गावां के सदस्यों ने कहा की राजस्थान के जालौर में मनुवादी व्यवस्था पर आधारित स्कूल के जातिवादी छुआछूत मानसिकता से ग्रस्त शिक्षक ने 20 जुलाई को तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले 8 साल के मासूम बच्चे को उनके निजी मटका से पानी पीने के जुर्म में मौत की सजा दी वह भी तब जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा था। कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी दलित शोषित पिछड़े वर्गों को पानी पीने तक की आजादी नहीं मिल पाई है। हम सभी लोग इस जघन्य घटना से अहात हैं और कड़ी निंदा करते हुए, दोषी शिक्षक छैल सिंह को फांसी की सजा देने एवं छात्र इंदर मेघवाल के परिवार को राजस्थान सरकार की और से सहयात राशि के साथ एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग केंद्र सरकार से की।
मौके पर देवरी प्रखंड रविदास महासभा के उपसचिव ऐकलाल बौद्ध, भुइयां समाज के (गिरिडीह) जिला अध्यक्ष लालो भुइयां, प्रखंड रविदास महासभा के अध्यक्ष गिरधारी दास, संजय दास, सुधीर भुइयां, उदय मुसहर, संजय भुइयां, जितेंद्र दास, संजय कुमार समेत कई लोग उपस्थित थे।