भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी कहा जाता है। इस व्रत में भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान है। अनंत चतुर्दशी पर भगवान विष्णु के अनंत स्वरूप की पूजा करके उन्हें सभी संकटों से रक्षा करने वाले अनंत सूत्र बांधा जाता है। साथ ही गणपति महोत्सव का समापन होता है, मान्यता है की जो व्यक्ति इस दिन व्रत रखता है और अनंत चतुर्दशी की कथा पड़ता है या सुनता है उसे भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा से सौभाग्य और ऐश्वर्य का आशीर्वाद मिलता है।