मारपीट में घायल व्यक्ति की मौत के बाद गुरुवार रात गांडेय के महोदा मोड़ में सड़क जाम कर दिया गया। आधी रात को सकारात्मक वार्ता के बाद मामला शांत हुआ। असल में बीते 25 नवम्बर को गांडेय थाना क्षेत्र के मण्डरडीह गांव में ट्रैक्टर से मिट्टी ढोने को लेकर हुई विवाद में मण्डरडीह निवासी क़ादिर अंसारी वगैरह को लाठी डंडा, फरसा आदि से मारकर जख्मी कर दिया गया था। गम्भीर रूप से घायल 68 वर्षीय क़ादिर अंसारी की मौत इलाज के क्रम में गुरुवार को राँची के रिम्स अस्पताल में हो गई। क़ादिर अंसारी के मौत की सूचना के बाद गांडेय पुलिस हरकत में आई और दो आरोपी महिला को हिरासत में ले लिया। इधर सूचना मिलने पर उनके परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो उठा,एवं गांव में मातम पसर गया। ग्रामीणों व उनके परिजनों के मुताबिक 25 नवम्बर को मृतक क़ादिर अंसारी वगैरह व आरोपी फुरकान अंसारी वगैरह के बीच आरोपी फुरकान अंसारी के ट्रैक्टर से मिट्टी नहीं ढोने को लेकर आपस में तू-तू में-में हुई और बाद में यह मामला खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया। जिसमें क़ादिर अंसारी के तरफ से क़ादिर अंसारी समेत उनके पत्नी मरियम बीबी बेटा कबीर अंसारी व जैरुन बीबी गम्भीर रूप से घायल हो गए। घायलों को गांडेय पुलिस ने सीएचसी गांडेय में प्राथमिक उपचार कराने के बाद गम्भीर रूप से घायल को गिरिडीह सदर भेजा जहाँ से बेहतर इलाज हेतु धनबाद रेफर कर दिया और दो दिन पूर्व धनबाद से रिम्स अस्पताल रांची रेफर कर दिया गया। जहां फिलहाल सभी लोग इलाजरत थे। जिसमें क़ादिर अंसारी की मौत गुरुवार को इलाज के क्रम में हो गया। वहीं गुरुवार देर शाम करीब साढ़े आठ बजे शव गांडेय पहुंचा। इसके बाद आक्रोशित मृतक के परिजनों व ग्रामीणों ने शव को लेकर आएं एम्बुलेंस को गिरिडीह जामताड़ा मुख्य मार्ग स्थित महोदा मोड़ में बीच सड़क पर खड़ा कर सड़क जाम कर दिया और थाना प्रभारी के खिलाफ नाराजगी जताते हुए हंगामा करना शुरू कर दिए व आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग करने लगें। गांडेय अंचल इंस्पेक्टर कमाल खान ने आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तारी को लेकर आश्वासन दिया गया। उसके बाद देर रात जाम हटा।