सिजुआ हॉल्ट में ट्रैन ठहराव को लेकर एक बार फिर ग्रामीणों ने आवाज बुलंद करना शुरू कर दिया है। रविवार शाम को सिजुआ गांव के ग्रामीणों ने एकजुट होकर सिजुआ होल्ट निर्माण को लेकर प्रशासन का ध्यान इस ओर आकर्षित कराने का काम किया। बताया गया कि सिजुआ गांव सहित अगल-बगल गांव के अधिकतर लोग मजदूरी पर निर्भर है, और इन लोगों को मजदूरी करने हेतु रोज गिरिडीह शहर आना पड़ता है। कहा गया कि बहुल सुदूर क्षेत्र होने के कारण इन गांवों की रास्तें पगडंडियों जैसी है। जिस कारण लोगों के लिए साईकिल व मोटरसाइकिल ही एक मात्र साधन बच जाता है। ग्रामीणों ने कहा कि अगर सिजुआ में ट्रेन ठहराव होना शुरू हो जाता तो हमलोगों को गिरीडीह मजदूरी करने जाने-आने में काफी सुविधा होती। उन्होंने एक स्वर में कहा कि इस बार अगर इस मांग पर प्रशासन द्वारा सकारात्मक पहल नहीं किया गया तो हम ग्रामीण आंदोलन करने पर बाध्य होंगे। उन लोगों ने कहा कि इस मांग को लेकर 1978 से ही हमलोगों के पूर्वजों के द्वारा से ही उठाया जाता रहा है। पर हमलोगों को केवल और केवल आश्वासन ही मिलता आया है, इस पर किसी प्रकार की कोई भी सकारात्मक पहल अभी तक नहीं देखने को मिल पाया है। पूर्व विधायक स्वर्गीय सालखन सोरेन से लेकर वर्तमान विधायक डॉ. सरफ़राज़ अहमद और वर्तमान कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी तक बात रखी गयी,पर आश्वासन के सिवाय कोई सकारात्मक पहल नहीं हो पाया।।