गावां प्रखंड के आमतरो पंचायत के विभिन्न ग्रामों में मनरेगा की सोशल ऑडिट टीम ने जांच किया। इस दौरान उन्हें 3 योजना धरातल पर नहीं मिली वहीं 90% योजनाओं में कई गड़बड़ियां सामने आई जिसका खानापूर्ति करते हुए सिर्फ 5000 रुपए की जुर्माना लगाया गया।
इस संबंध में विशेष जानकारी देते हुए सोशल ऑडिट की टीम ने बताया कि मनरेगा के कराए गए 685 योजनाओं का जांच सोशल ऑडिट की टीम द्वारा की गई है। इसमें से अधिकांश योजनाओं में से कूप निर्माण में कई जगह मैटेरियल का भुगतान कर दिया गया था। वहीं टीसीबी में प्राक्कलन से कम निर्माण कराया गया। इसके अलावा और भी कई गड़बड़ियां पाई गई है। सबसे बड़ी गड़बड़ी के बारे में उन्होंने बताया कि उन्हें 3 योजनाएं ऐसी भी मिली जिसका धरातल पर कोई नामो निशान नहीं मिला है। साथ ही उन्होंने बताया कि जो योजनाएं में पैसों की निकासी हो चुकी है और कार्य पूर्ण नहीं हुआ है ऐसे योजनाओं को जल्द से जल्द पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है। वहीं छोटी मोटी गड़बड़ियां को देखते हुए 5000 का जुर्माना लगाया है।
वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों के बीच चर्चा है कि मनरेगा के तहत आई हुई सोशल ऑडिट की टीम को मनरेगा ठेकेदारों द्वारा मैनेज कर लिया गया है। सभी योजनाओं में बड़ी बड़ी गड़बड़ियां होने के बावजूद उन्होंने सिर्फ 5000 का जुर्माना लगाया जबकि अगर पूरी सच्चाई के साथ कार्रवाई की जाए तो लाखों रुपए का घोटाला इन योजनाओं में हुआ है।