जमुआ प्रखण्ड के काजीमगहा गांव के मुस्लिमों ने अपने हिंदू पड़ोसी की मौत के बाद न सिर्फ उसके शव को कंधा देकर शमशान घाट तक पहुंचाया। बल्कि शव यात्रा के दौरान प्रचलित “राम नाम सत्य है……” के नारे भी लगाए। गिरिडीह से पहले भी सांप्रदायिक सद्भाव की ऐसी कई घटनाएं सामने आती रही हैं। काजीमगहा गाँव के निवासी जागो रविदास जिसकी उम्र करीब 90 वर्ष थी और उनका कोई औलाद नही था जिनकी मृत्यु बुधवार को हो गई। खबर पाते ही गाँव के तमाम मुस्लिम युवक अर्थी सजाने की तैयारियों में जुट गए. कोई बांस काट रहा था तो कोई उसे फूलों से सजा रहा था. उसके बाद चार युवकों ने अर्थी को कंधे पर रखा और शमशान घाट की ओर रवाना हो गए और हिंदू रीति रिवाज के साथ दाह संस्कार किया। मौके पर मुख्य रूप से असगर अली, अनामूल हक, नजमुल् हक, जमरुद्दीन खान, माफीक अली, असफाक खान सहित कई लोग शामिल थे।