नहाय खाय के साथ आज शुक्रवार से छठ महापर्व की शुरुआत हो गई है। चार दिवसीय महापर्व के लिए नदी के घाटों पर साफ-सफाई हो चुकी है। साथ ही छठ मैया की स्थापना कर दी गई है। प्रात:काल स्नान के बाद कद्दू और चने की दाल से बनी सब्जी के साथ चावल का भोग ग्रहण करने के बाद छठ पर्व का व्रत शुरू हुआ।नहाय-खाय के बाद शनिवार को खरना है तथा 30 अक्तूबर को व्रती अस्ताचलगामी यानी डूबते सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित करेंगे, उसके अगले यानी कि पर्व के अंतिम दिन 31 अक्तूबर को उदयगामी (उगते सूर्य) को अर्घ्य देकर महापर्व छठ पूजा का समापन होगा।