रिपोर्ट:- विकास सिन्हा
गावां प्रखंड सह अंचल कार्यालय के समक्ष शनिवार को मजदूर एकता मंच की ओर से एक दिवसीय घरना व प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता निमाडीह पंचायत के कार्यकारी प्रधान प्रतिनिधि पंकज यादव एवम संचालन प्रदीप कुमार ने किया।
मौके पर सैकड़ो मजदूरों नें मनरेगा में चल रहे स्थानीय बीडीओ एवम् बीपीओ की मिलीभगत से भारी लूट का आरोप लगाकर जमकर नारेबाजी की व कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठ गये।
इंकलाबी नौजवान सभा के गिरिडीह जिला कमिटी सदस्य अकलेश यादव ने कहा कि स्थानीय बीडीओ और बीपीओ के द्वारा पशु सेड जैसी योजना को ऑनलाइन के नाम पर रिश्वत के तौर पर पंद्रह हजार एवं डोभा में दस हजार रुपया का मांग किया जाता है l मनरेगा में योजना की स्वीकृति देने का अधिकार पंचायत को है मगर स्वीकृति के नाम पर प्रखंड के पदाधिकारी माल मार रहे हैं l आज हमलोगों ने एक दिवसीय धरना के माध्यम से चेतावनी देने का काम किया है, यदि यहां के वीडियो और बीपीओ अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं लाते हैं तो, यहाँ के गरीब – मजदूर, छात्र – नौजवान उग्र आंदोलन करेंगे। कार्यक्रम के उपरांत कार्यालय में ज्ञापन भी सौंपा गया ।
मौक़े पर निमाडीह पंचायत उप मुखिया संजय यादव, नरेश राणा, सुधीर कुमार, आफताब आलम, सोनू कुमार, दिनेश कुमार समेत दर्जनों लोग मौजूद थे।
झामुमो ने किया समर्थन
मजदूरों द्वारा दिए गये धरना प्रदर्शन कार्यक्रम का झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी समर्थन किया। प्रखंड अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि मजदूरों की मांग अत्यंत जायज है। गावां में इनदिनों मनरेगा योजनाओं में भारी लूट मची है यदि इसकी निश्पक्ष जांच की जाय तो चौकानेवाले तथ्य सामने आयेंगे। यहां के सांसद विधायक क्षेत्र के प्रति गंभीर नहीं हैंं। झामुमो द्वारा इस संबंध में पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री को आवेदन देकर वस्तुस्थिति की जानकारी दी जायेगी।