कारिटाड (सरिया)।।सरिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पंचायत चिरुवां की कारिटाड गांव में प्रवासी मजदूर निर्मल महतो की लाश गुजरात बाड़मेर से उसके पैतिक गांव पहुंची।
लाश पहुंचते ही घर में कोहराम और गांव में मातम पसर गया
।बताते चलें कि रविवार को गुजरात बाड़मेर में निर्मल महतो की आचनक तबियत बिगड़ी और काल के आगोश में समा गया
।झारखंड प्रदेश में प्रवासी मजदूरों की हितार्थ काम करने वाले समाजसेवी सिकंदर अली ने बताया की निर्मल महतो गुजरात बाड़मेर में रह कर एक निजी कंपनी में कार्य कर रहा था, जहां उसकी मौत हो गई,
इस घटना के बारे में जयोही पता चला,उसके परिजनों को फोन के माध्यम से सूचना दे दी गई थी,सूचना पाकर उसकी पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है और अचेत हो जा रही थी।
वही सिकन्दर अली ने कहा प्रवासी मजदूर की मौत की पहली घटना नहीं है। रोजी रोटी के तलाश में बड़ी संख्या में लोग पलायन करने पर मजबूर हो जाते हैं, जहां अनेकों लोग काल के गाल में समा जा रहे हैं,
इन प्रवासी मजदूरों की कल्याण के लिए कोई ठोस कदम नहीं सरकार उटा पा रही है
जिस कारण अनेकों लोग हादसे का शिकार हो कर अपनी जान गवा रहे हैं।
वही समाज सेवी कालेश्वर महतो और पंचायत समिति सदस्य बालगोविंद महतो ने बताया की निर्मल महतो अपने परिवार का इकलौता कमाऊ सदस्य था,इसके पिता जीबाधन महतो, की मौत दो वर्ष पूर्व में हो चुका है।निर्मल महतो अपने पीछे, वृद्ध मां मां जरिया देवी, नाबालिक बहन ललिता कुमारी एवं पत्नी किरण देवी के साथ दो वर्षीय बेटी कीर्ती कुमारी को छोड़ गया
।।घर में कोई पुरुष नहीं होने के कारण ग्रामीणों ने मिलकर उसकी दाह संस्कार किया।
इस बाबत घटना कि सूचना पाकर मौके पर पहुंचे बगोदर के पूर्व विधायक नागेंद्र महतो ने कहा कि ऐसी घटनाए बगोदर क्षेत्र के आसपास के इलाकों में बड़े पैमाने पर हो रही है
हम लोग प्रयास कर रहे हैं कि जिस कंपनी में निर्मल महतो काम करता था वहां इसे समुचित मुआवजा दिलवाने का प्रयास करेंगे
इस दुखद घटना पर माले नेता मनोज पाणडेय, समाजसेवी छोटी मंडल उर्फ़ लक्ष्मण मंडल,नरेश रजक, विजय महतो,मुकेश कुमार,संतोष सोर्या,दुलारचंद महतो,पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि पंकज प्रकाश के साथ साथ सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।।