‘या देवी सर्वभूतेषु विद्या-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥’
इस वर्ष 15 अक्टूबर रविवार से शारदीय नवरात्रि का आरम्भ हो रहा है। आदिशक्ति की उपासना का यह पर्व प्रत्येक अश्विन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होकर पूरे 9 दिनों तक चलता है। बता दें की इस बार नवरात्रि पुरे नौ दिनों की है अर्थात कोई भी दो पूजा एक ही दिन नहीं होगी। हिंदू धर्म के शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि के दौरान माता के आव्मण एवं प्रस्थान का बहुत महत्त्व है। साथ ही माँ किस पर सवार होकर आ रही है इसका भी महत्त्व होता है। शास्त्रों के अनुसार इस बार माता रानी का आगमन हाथी पर हो रहा है जो की धन, संपदा, वैभव ऐश्वर्य की और संकेत करता है साथ ही हाथी पर माता का आगमन इस बात की ओर संकेत कर रहा है कि इस वर्ष खूब अच्छी वर्षा होगी और खेती अच्छी होगी।