प्रत्येक वर्ष 26 जुलाई को देश भर में कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। आज से ठीक 23 साल पहले भारत के जांबाज फौजियों ने पाकिस्तानी सेना को मुहतोड़ जवाब दिया था। यह दिन जुलाई 1999 में कारगिल में पाकिस्तानी सेना के खिलाफ लड़ाई जीतने के लिए अपने जान की कुर्बानी देने वाले शहीद भारतीय सैनिकों के बलिदान का सम्मान करने वाला दिन है। इसी दिन पाकिस्तानी सेना ने घुसपैठ कर जिन जगहों पर कब्जा कर लिया था, भारत के जांबाज फौजियों ने उन दुर्गम स्थानों पर दोबारा तिरंगा लहराया था। 60 दिन से ज्यादा चलने वाली इस लड़ाई को ऑपरेशन विजय नाम दिया गया था।
बता दें कि इस कारगिल युद्ध में 527 भारतीय जवान शहीद हुए थे। दरअसल, पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ सैन्य अभियान की योजना बनाई थी। इस योजना को बनाने वालों में पाकिस्तान सेना के तत्कालीन प्रमुख जनरल परवेज मुशर्रफ और तीन अन्य जनरलों मोहम्मद अजीज, जावेद हसन और महमूद अहमद शामिल थे। कारगिल युद्ध की शुरुआत वैसे तो 3 मई को ही हो गई थी, क्योंकि इसी दिन आतंकियों ने घुसपैठ शुरू की और यह युद्ध 26 जुलाई को समाप्त हुई थी। जिसे ‘ऑपरेशन विजय’ के नाम से जानते हैं। अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए 500 से अधिक भारतीय सैनिकों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। वहीं, युद्ध के दौरान 3,000 से अधिक पाकिस्तानी सैनिक और आतंकियों को ढेर किया गया।