बाल दुर्व्यापार, बाल श्रम पर रोक लगाने तथा सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित कराने हेतु जन जागरूकता के उद्देश्य से ‘प्रशासन, आरपीएफ एवं कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फॉउंडेशन के संयुक्त जन अभियान का आज साहू भवन माल्डा में समापन हुआ।
समापन समारोह को बाल अधिकार आंदोलन के वैश्विक नेता व नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी तथा उनकी धर्म पत्नी सुमेधा कैलाश ने ज़ूम के माध्यम से जुड़कर बच्चों से संवाद किया और यात्रा की सफलता के लिए उन्हें शुभकामनाएं दी।
सत्यार्थी ने कहा कि “दुनिया में जहाँ -जहाँ बदलाव आया है उसकी शुरुआत जन जागृति से होती है। जागृत चेतना सामाजिक बुराईयो की पहचान करना और उससे लड़ना सिखाती।जो बच्चे इस यात्रा का नेतृत्व कर रहे थे, वह अब जागृत हो चुके है, खुद मशाल बनकर समाज को रौशनी दे रहे हैं, बाल मित्र समाज निर्माण का यही उद्देश्य है।
बच्चों शिक्षा -सुरक्षा की दिशा में संवेदनशील पहल के लिये हमेशा तत्पर रहने वाले कोडरमा व गिरिडीह के जिला उपायुक्त , जनप्रतिनिधियो व RPF के अधिकारीयों की भी सत्यार्थी ने सराहना किया और कहा कि “सबकी मदद व सक्रीय भागीदारी से ही बाल मित्र समाज की रचना होगी और बच्चों के लिए सुरक्षित समाज बनेगा।
समापन समारोह से पहले आज अंतिम दिन की यात्रा सुबह गावां प्रखंड कार्यालय परिसर से यात्रा शुरू हुई और प्रखंड के गांवा, अमतरो, बिरने, मंझने, पसनौर, पिहरा पूर्वी एवं पश्चिमी, खरसान, गद्दर पंचायत के गांवों में कार्यक्रम करते हुए माल्डा पंचायत पहुंची ।
यात्रा में प्रखंड पदाधिकारी महोदय महेंद्र रविदास, थाना प्रभारी पिंटू कुमार तथा अन्य जनप्रतिनिधि शामिल रहे।
गौर तलब है कि, सप्ताह व्यापी इस यात्रा के दौरान कुल 267 गांव से लगभग 24000 बच्चे, सामाजिक कार्यकर्ता, सरकारी पदाधिकारी व जन प्रतिनिधि प्रत्यक्ष रूप से यात्रा में शामिल होकर बच्चों के लिए सुरक्षित व बाल मित्र समाज निर्माण का संकल्प लिया।
समापन कार्यक्रम में सांसद प्रतिनिधि मुन्ना सिंह, सांख पंचायत समिति सदस्य अखिलेश यादव, बीस सूत्री अध्यक्ष अजय सिंह, समाजसेवी सागर चौधरी,गोविंद खनाल, सुबीर रॉय, सुरेंद्र पंडित, यश पाठक, अमित कुमार, आरिफ अंसारी, भीम चौधरी, शिवशक्ति कुमार, उदय राय, संदीप नयन समेत कई लोग उपस्थित थे।