हर साल 1मई को अंतराष्ट्रीय मजदुर दिवस मनाया जाता है| 1मई का दिन दुनिया के मजदुरों और श्रमिक वर्ग को समर्पित है | इस दिन लेबर डे, श्रमिक दिवस और मई दिवस के रूप में मनाया जाता है |
इस आंदोलन कि शुरूआत अमेरिका में 1मई 1886 को हुई थी| जिसमे काम करने का समय 8 घंटे की मांग कर रहे थे, दरसल यहां पहले एक दिन में 15घंटे तक मजदुरो से काम लिया जाता था , और मजदुरी का भुगतान भी कम किया जाता था, जिसके खिलाफ आवाज उठाई गई, जो एक आंदोलन का रूप ले लिया , जिसमे कई मजदुरों की जान चली गई थी, इसलिए इस दिन अंतराष्ट्रीय मजदुर दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा गया |
महात्मा गाँधी ने कहा था “किसी देश की तरक्की के लिए उस देश के कामगारो और किसानों पर निर्भर करती है”, श्रम वर्ग वास्तव में एसा वर्ग है, जिसे समाज में उनके योगदान की सराहना करने और उनकी पहचान को जानने के लिए एक दिन निश्चित रूप से जरूर होना चाहिए |