विधानसभा चुनाव में झामुमो के प्रत्याशी सुदिव्य कुमार सोनू की किस्मत पीरटांड़ ने पलट दी, जिससे ये हारते-हारते जीत गए। रविवार को सुबह 7 बजे से ही इसकी चर्चा हो रही है। पीरटांड़ ने पूरी बाजी ही पलट कर रख दी और गिरिडीह सीट से लगातार दोबारा ये विधायक बने। झामुमो के सुदिव्य कुमार सोनू को 93 हजार 179 और भाजपा के निर्भय कुमार शाहाबादी को 89 हजार 341 वोट मिले। सुदिव्य कुमार सोनू ने 3838 वोट से निर्भय कुमार शाहाबादी को पराजित कर दिया। 2019 में 15884 वोट से जीते थे सुदिव्य कुमार सोनू। बताया गया कि इस बार गिरिडीह सीट पर 21 राउंड तक मतों की गिनती हुई। भाजपा और झामुमो के बीच कांटे की टक्कर में 18वें राउंड तक भाजपा के निर्भय शाहाबादी आगे थे। 17वें राउंड में भाजपा के निर्भय शाहाबादी को 78 हजार 080 और झामुमो के सुदिव्य को 70 हजार 529 मत मिले थे।
18वें राउंड में भी निर्भय कुमार शाहाबादी मामूली अंतर से आगे थे। इसके बाद से निर्भय कुमार शाहाबादी पिछड़ते गए और मात्र तीन राउंड की गिनती में पिछड़कर 3 हजार 838 वोट से शिकस्त खा गए। भाजपा के निर्भय कुमार शाहाबादी पहले राउंड से ही आगे चल रहे थे। शहरी और मुफस्सिल क्षेत्र मिलाकर लगभग 15 हजार की बढ़त बनाने में भाजपा सफल हो गई थी। हर बार की तरह इस बार भी झामुमो का किला रहे पीरटांड़ का भरपूर समर्थन झामुमो को मिला और सुदिव्य कुमार सोनू ने बाजी पलटकर रख दी। पिछली बार सुदिव्य कुमार सोनू ने भाजपा के निर्भय कुमार शाहाबादी को 15 हजार 884 वोट से पराजित किया था। झामुमो के सुदिव्य कुमार सोनू को 80 हजार 871 और भाजपा के निर्भय कुमार शाहाबादी को 64 हजार 987 वोट मिले थे। इस बार कांटे की टक्कर हुई। सुदिव्य कुमार सोनू को 93 हजार 179 और निर्भय कुमार शाहाबादी को 89 हजार 341 वोट मिले। कुल मिलाकर पीरटांड़ ने सुदिव्य कुमार सोनू की प्रतिष्ठा बचा ली है।