गिरिडीह के डांडीडीह स्थित बैंक ऑफ इंडिया के ए०टी०एम० में पैसा निकासी करने गये व्यक्ति के फ़ोन में निकासी के दौरान ट्रांजेक्सन से 10,000 रूपये निकासी का मैसेज आया लेकिन ए०टी०एम० से पैसा नहीं निकला। तब व्यक्ति ने अपने परिचित को ए०टी०एम० के पास ही रोक कर दुसरा ए०टी०एम० लाने गये। वापस लौटने के दौरान परिचित ने बताया कि दो व्यक्ति ए०टी०एम० के कैस स्लॉट में कुछ छेड़-छाड़ कर रहे थे जिसे रोककर हमलोग पुछताछ कर रहे थे। पूछताछ के दौरान उन दोनों व्यक्ति के पास से अपाची मोटरसाईकिल में छिपाया ए०टी०एम० स्लॉट के साईज का 06 पट्टी दिखाई दिया जिसे पूछने पर कि यह किस काम के लिए रखे हो तब वह दोनो घबड़ा कर भागने लगे जिसमें एक व्यक्ति को भागने के क्रम में पकड़ा गया तथा दुसरा भीड़ का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा। उसी दौरान महतोडीह पिकेट के पेट्रोलिंग पदाधिकारी सुबोध कुमार दास सशस्त्र बल के साथ पहुँचकर व्यक्ति को पकड़ लिया और पूछताछ किया। पकडे गए व्यक्तियों के नाम संजीव कुमार और दीपु कुमार उर्फ छोटु है। अपराधियों ने बताया कि वह करीब 03 माह से ए०टी०एम० के कैस ड्रावल स्लॉट के साईज में चदरा या सनमाइका का लंबाई-10 इंच चौड़ाई 2 इंच का बनाकर उसके हॉल को बंद कर पैसा फंसा लेते है फिर बाद में कस्टमर के जाने के बाद फंसाया पैसा को निकाल लेते है। ये दोनों यू-ट्यूब पर ए०टी०फ्रोड दिल्ली सोर्ट विडियो को देखकर इस तरह की अपराध करने की शैली को सीखे एवं अपराध की घटना को अंजाम देना प्रारम्भ किये। इसके पूर्व कोडरमा, गिरिडीह के कई ए०टी०एम० से पैसा फ्रोड कर निकासी किया गया है। फिलहाल अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे कि कार्यवाई कि जा रही है।