शीतलपुर में स्थित स्मिथ फार्मा द्वारा नदी का अतिक्रमण और कारखाने का पानी डायरेक्ट उसरी में डालने के खिलाफ, स्थानीय युवा और बुजुर्ग ने जम कर नारे बाजी कि है,ज्ञात हो की सप्ताह भर पहले उसरी बचाव अभियान की टीम भी कोर कमिटी के नेतृत्व में निरैक्षण किया था जिसमे आरोप आखों से देखकर सही पाया गया,आज उसमे थोड़ा सुधार दिखा अब कारखाना का पानी को शोकपीठ बना के रोका गया है किंतु यह परमामेंट इलाज नहीं है,आंदोलन को देखते हुए सिर्फ तत्काल रोक दिया गया है,अतिक्रमण है कि नहीं यह विभाग दे जांच का आवेदन देंगे, मांग है कि नदी के तरफ कैमरा लगाया गया है,महिला नहाती है नदी में इस पर भी खयाल रखने की बात है, मांग है कि मंदिर भी बना है कारखाने के बगल में वह मान्य है किंतु मंदिर जब *सार्वजनिक है तो आम आदमी को घुसने की अनुमति भी होनी चाहिए आस पास के लोगो ने यह भी बताया कि *मंदिर जाने से रोका जाता है , इसमें भी तत्काल सुधार हो।
गिरिडीह उपायुक्त,एसडीएम और नगरनिगम को लिखित आवेदन दिया गया है सभी समस्याओं का जिक्र किया गया है,जल्द इसपर कार्य नहीं किया विभाग तो चरणबद्ध आंदोलन होगा।
आज उसरी बचाओ अभियान के कमिटी का भी विस्तार किया गया है,बैठक की अध्यक्षता उसरी बचाव अभियान के राजेश सिन्हा ने की वही संचलन कोर कमिटी के सूरज नयन ने की है,जबकि कोर कमिटी के गुड्डू सिंह और संयोजक कमिटी के आलोक मिश्रा और प्रभाकर कुमार ने विस्तार से अभियान की चर्चा की है, इधर शीतलपुर कमिटी बनी है ,जिसमे 60 नए युवा जुड़े है,जिसमे 21 युवा और बुजुर्ग को पद प्रभार दिया गया है,उसरी बचाव का पद प्रभार दिया गया है,अध्यक्ष उमेश चंद्रवंशी,चार उपाध्यक्ष बनाए गए है जिसने रमेश चंद्रवंशी,सूरज सिंह,संदीप राम,पियूष हकसिन्हा है,वही कार्यकारणी में नीतीश चौधरी,सुमन पाlसवान,सोनू कुमार, ग्रीक , गोपाल शर्मा,सह राम,बिक्की राय,विक्की राम,प्रिंस चंद्रवंशी,विक्की साव,सोनू कुमार,रौशन कुमार राम,उदय कुमार निरज कुमार,अंशु सिन्हा, नीरज राम आदि, ज्ञात हो ऐसे आठ कमिटी बनाई गई है जो आगे उसरी नदी के अस्तित्व को बचाने के युद्ध स्तर पर काम करेगी।