गिरिडीह: बगोदर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत कुसमरजा पंचायत के लियाकत अंसारी के 48 वर्षीय पुत्र युसूफ अंसारी जो कैंसर बीमारी से लगभग 2 वर्षों से पीड़ित थे। युसूफ अंसारी का बीमारी ज्यादा फैलता जा रहा था। इसे देखते हुए बेहतर इलाज के लिए लगभग एक माह पहले मुंबई के कैंसर हॉस्पिटल टाटा मेमोरियल परेल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान 20/06/2022 को युसूफ अंसारी का मौत हो गया। जानकारी के अनुसार युसूफ अंसारी गांव में ही दिहाड़ी मजदूरी का काम करते थे और अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। युसूफ अंसारी घर का अकेला कामाव व्यक्ति थे। मौत का सूचना परिजनों को मिलते ही गांव में मातम छा गया और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। युसूफ अंसारी अपने पीछे पत्नी, एक पुत्री और एक पुत्र को पीछे छोड़ गए। वहीं इस घटना की सूचना परिजनों एवं गांव वालों ने 17 वर्षों से प्रवासी मजदूरों के हितों में काम करने वाले संस्था झारखंडी एकता संघ के केंद्रीय कोषाध्यक्ष ताज हसन अंसारी, केंद्रीय महासचिव सदरुल शेख़ और केंद्रीय सदस्य तौफीक अंसारी को दिए। और मदद की अपील की संघ के पदाधिकारियों ने परिवार वालों को ढाढस बंधाया और मदद का भरोसा दिलाया। वही संस्था के केंद्रीय सदस्य तौफीक अंसारी, यंगस्टार कुसमरजा के पूर्व अध्यक्ष सईद अंसारी, उपसचिव हाफिज ऐनुल अंसारी, ताहिर अंसारी सहित गांव के काफी लोग मृतक के पास पहुंचकर कागजी प्रक्रिया करा कर 21/06/2022 को फ्लाइट के जरिए रांची एयरपोर्ट भेजा गया। और रांची एयरपोर्ट से संस्था झारखंडी एकता संघ अपनी ओर से एंबुलेंस के द्वारा मृतक को पैतृक गांव कुसमरजा भेजा गया। संस्था द्वारा अब तक 241 प्रवासी मजदूरों का डेथ बॉडी को झारखंड भेज चुकी है। इस दुःख की घड़ी में संस्था झारखंडी एकता संघ के पदाधिकारियों, यंगस्टार कुसमरजा के कोषाध्यक्ष इजहार अंसारी, उपसचिव हाफिज ऐनुल अंसारी सहित गांव वालों ने दुःख प्रकट करते हुए आर्थिक मदद किए। संस्था के पदाधिकारियों एवं गांव वालों ने कहा कि हमारे जनप्रतिनिधि एवं पदाधिकारी गण ऐसे दुःख की घड़ी में कोई मदद नहीं करते हैं। इसलिए सभी सदस्यों ने नाराजगी जताते हुए आगे से सभी जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से आग्रह किए कि आने वाले समय में किसी भी गरीब या प्रवासी मजदूरों के साथ ऐसा कोई घटना होता है तो आप लोग कृपया मदद करें।