गावां (गिरिडीह )
कोरोना की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान बच्चों का हुआ है, पिछले 16 महीनों से स्कूलों में ताले लटक रहे हैं , तिसरी लहर से बच्चों को हर हाल में बचाना है।
बच्चों को तिसरी लहर से सुरक्षित रखने को लेकर सरकार ने तैयारियां भी पूरी कर ली है।
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के बाल मित्र ग्राम कार्यकर्ताओं द्वारा माह अप्रैल में डोर टू डोर अभियान चलाकर पहली और छठवीं कक्षा में नामांकन हेतू बच्चों की सूची तैयार की गई थी। वैश्विक महामारी के दौरान सामाजिक दूरी का उल्लंघन न हो इसे ध्यान में रखते हुए नामांकन का काम बंद कर दिया गया था । जिसे अब संबंधित विद्यालयों के सचिव के साथ मिलकर डोर टू डोर अभियान चलाकर बच्चों को विद्यालय से जोड़ने का काम किया जा रहा है।
आज राजकीयकृत मध्य विद्यालय सांख में कुल 27 ,मध्य विद्यालय उपरेली कहुवाई में 19 और 4 बच्चों का नामांकन उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय राजपुरा में करवाया गया।
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के सहायक परियोजना पदाधिकारी सुरेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि अप्रैल माह में बाल मित्र ग्राम कार्यकर्ताओं द्वारा डोर टू डोर ,दो सप्ताह का अभियान चलाकर पहली और छठवीं क्लास में नामांकन हेतू बच्चों को चिन्हित किया गया था जिनकी उम्र 6 साल पूरी हो चुकी थी,मगर कोविड की वजह से बच्चों का दाखिला नहीं हो सका।
आज उसी क्रम में कुल 50 बच्चों का नामांकन पहली एवं छठवीं क्लास में करवाया गया।
प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी प्रभाकर कुमार ने बताया कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रह जाय इसे लेकर संबंधित विद्यालयों के सचिव ,सहयोगी शिक्षक,स्कूल प्रबंधन समिति के लोग, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन की टीम के साथ डोर टू डोर अभियान चलाकर बच्चों को विद्यालयों से जोड़ रहे हैं।
हर बच्चे की शिक्षा और सुरक्षा हम सभी की नैतिक जवाबदेही है।
आज के नामांकन अभियान में विद्यालय सांख के सचिव रवि प्रकाश ,उपरेली के सचिव विनोद यादव, राजपुरा के सचिव रामचन्द यादव, सत्यार्थी फाउंडेशन के सुरेन्द्र कुमार त्रिपाठी, मो.आरिफ अंसारी, पंकज कुमार,कृष्णा पासवान और सुरेन्द्र सिंह का अहम योगदान रहा।