बिहार के पश्चिम चंपारण में आदमखोर बाघ का अंत हो गया। आठ शूटरों की टीम ने उसे मार गिराया। हर दिन वह किसी न किसी ग्रामीण को अपना शिकार बना रहा था। शनिवार की सुबह भी मां-बेटे को मार डाला। शुक्रवार को उसे मारने की अनुमति मिलने के बाद शनिवार को सफलता मिली। आज सुबह से उसकाे मारने की कोशिश जारी थी। इसके तहत एसटीएफ व बिहार पुलिस के आठ तेज तर्रार जवानों को उसके छुपे होने की संभावित जगह पर भेजा गया था। जिस गन्ने के खेत में उसके छुपे होने की बात की जा रही थी उसमें जाल लगाया गया था। नौ लोगों को अपना शिकार बना चुका है।