गिरिडीह: भाकपा माओवादीयों नें मुफ़्फ़ासिल थाना क्षेत्र के सिमरिया पंचायत स्थित बारागढा बराकर पुल पर विध्वंसक कार्रवाई को अंजाम दिया है। उग्रवादियों ने यहां पुल के एक हिस्से को ब्लास्ट कर उड़ा दिया है। कुछ ही साल पहले साढ़े 13 करोड़ की लागत से इस पुल का निर्माण कराया गया था। अब तक इसका विधिवत उद्घाटन भी नहीं हुआ था कि नक्सलियों ने यहां इस कार्रवाई को अंजाम दे दिया। बताया गया कि नक्सली शीर्ष नेता प्रशांत बोस व शिला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में नक्सली संगठन 21 जनवरी से प्रतिरोध दिवस मना रहा है।इसको लेकर संगठन संपत्तियों को नुकसान पहुंचाकर लोगों में दहशत पैदा करने की कोशिश कर रही है। प्रतिरोध दिवस के दूसरे दिन शनिवार रात नक्सलियों ने बराकर नदी पर बने पुल के एक हिस्से को विस्फोट कर उड़ाया दिया।बताया जाता है कि शनिवार रात लगभग ढाई बजे नक्सलियों का दस्ता मुफस्सिल थाना इलाके के बरागढहा गांव स्थित बराकर नदी पर पहुंचा और यहां बने पुल पर ब्लास्ट किया। इस वारदात में पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। इस घटना की जानकारी के बाद रविवार की सुबह पुलिस की टीम मौका ए वारदात पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू की।बात दें कि इससे एक दिन पहले पीरटांड़ इलाके में दो मोबाइल टॉवर उड़ा दिया था। इस बार नक्सलियों ने पुल के एक हिस्से को उड़ा कर पुलिस को खुली चुनौती दे डाली है। घटना के बाद से ही इलाके में पुलिस की पेट्रोलिंग सघन रूप से शुरु हो गई है।घटना स्थल पर नक्सल पर्चा भी छोड़ा गया है और भाकपा माओवादीयों ने इस विस्फोट की जिम्मेदारी ली है।











