योगिक लवकुश एक विश्व योग प्रशिक्षक हैं जो केरल के एक प्रसिद्ध रिजॉर्ट में कार्यारत हैं लेकिन कोविड-19 के वजह से आजकल अपने क्षेत्र में ऑनलाइन और ऑफलाइन योगा अभ्यास करवाते हैं।
विश्व पर्यावरण दिवस पर उन्होंने अपने एक विशेष क्रयाक्रम में अपने सभी योग सिख रहे विद्यार्थियों से एक पेड़ लगा कर उनका संरक्षण करने को कहा। योगिक लवकुश बताते हैं की पैड पौधे मनुष्य के सबसे अच्छे और सबसे दोस्त होते हैं जो जीवन भर अच्छाई देते हैं और हम इंसानों से बुराई लेते हैं बस करना इतना होता है की उससे हमे सुरूवत में थोड़ा समय देना होता है,पैड हमारे द्वारा छोड़ा हुआ कार्बन डाइऑक्साइड ग्रहण कर हमे शुद्ध ऑक्सीजन देता है,हमे फल,के साथ साथ हमारे पर्यावरण को सुंदर बनाता है।
पैड अपने जिंदगी के आखिरी समय तक हम मनुष्यों का काम आता है और कई प्राकृतिक आपदाओं से भी बचाता है जैसे वर्षा की कमी नही होने देता,मिट्टी के कटाव को रोकता है,जिससे भूस्खलन होने से बचता है।
बताते चले जी योगिक लवकुश साथियों के साथ अपने गृह नगर में कई जगहों पर वृझा रोपण किए।
इस दौरान सहयोगी शंकर देवा ने कहा कि मानव जिस तरह से पेड़ पौधे को नष्ट कर रहे हैं उसी तरह मनुष्य भी प्राकृतिक के कहर से विध्वंश हो जायेगा, देवा कहते हैं की झारखण्ड में प्राकृतिक का बहुत ही मेहरबानियां हैं या यू कहे की हमारा झारखंड इसी सुंदर प्रकृति को देख कर बनाया गया था जहां चारो तरफ हरियाली जंगल,पहाड़ जो हमे आपदाओं, से संरक्षित करता है तो हम इंसानों का भी कार्य है की उन्हें बचाएं एवम इसके सृजन में वृद्धि लाएं।
वही उक्त कार्यक्रम में श्री प्रकाश पुजारी भी मौजूद रहे जिन्होंने युवा पीढ़ी से अपील किए हैं की जैसे ओ न्यू कल्चर को अपनाने में आनंद लेते है वैसे ही युवा यदि इंडिया की धरोहर को बचाने में आनंद ले तो हमारा समाज बहुत ही नेक हो जायेगा।
साथी ही लवकुश जी ने युवाओं से अपने जन्म दिवस या किसकी खास दिन पर एक पैड लगा कर अपने खुशियों को दोगुना करे जिससे उन्हें प्रणमानंद मिले
इस कार्यक्रम में काफी लोगों की भागीदारी रही जिसमे श्री शंकर देवा,प्रकाश पुजारी,बुधन, आशीष, टीकू, देवांश,सचिन,बिनोद, अशोक शर्मा इत्यादि मौजूद थे |