तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के झारखण्ड आने के बाद राजनितिक गालीयारे मे तीसरे मोर्चे कि सुगबुगाहट तेज हो गयी हैं क्योंकि के. चंद्रशेखर झारखंड आने से पहले महाराष्ट्र में क्षेत्रीय दलों के प्रमुखों से मुलाकात किये थे तो इस तरह में यह आशंका जताई जा रही है कि राजनीति में तीसरे मोर्चे की तैयारी जोरों पर है हालाँकि अभी इस मामले में जेएमएम कुछ भी कहने से बच रही है जेएमएम नेता विनोद पांडेय का कहना है कि इस तरह की कोई भी बात नहीं है जब दो राजनितिक दल साथ में आते है तो चर्चाएं होती है। इस मामले को लेकर भाजपा विधायक दल नेता बाबूलाल मरांडी का कहना है की लोकतंत्र में सभी को अधिकार है मोर्चा बनाने का, इस बात से बीजेपी को कोई फर्क नहीं पड़ता है। साथ ही बाबूलाल मरांडी ने बालू के मुद्दे को उठाते हुए झारखण्ड सरकार पर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि अभी तक सरकार ने बालू की निलामी नहीं की, आखिर नीलामी होगी तभी तो लोग उसमे भाग लेंगें।
अब यह देखना दिलचस्प होगा की क्या सच में यह किसी तीसरे मोर्चे के आने का संकेत है या कुछ और।










